CM Kejriwal Attacks On BJP: दिल्ली (Delhi) में सरकारी स्कूलों के खराब रिजल्ट का मुद्दा इन दिनों बीजेपी उठा रही है और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की सरकार पर हमला बोल रही है. इस कड़ी में दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता हरीश खुराना (Harish Khurana) ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि यह देखिए दिल्ली सरकार (Delhi Government) के स्कूलों का सच. अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की शिक्षा क्रांति. किसी बच्चे के 3 नंबर 80 में से, किसी के 5, किसी के 9. हर साल 9वीं में एक लाख से ऊपर बच्चा फेल होता है और यह कहते हैं शिक्षा में क्रांति ला दी. गजब है. इस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलटवार किया है.
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, "अगर कुछ बच्चे पढ़ाई में कमजोर रह गए तो हम एक्स्ट्रा क्लास लगाकर उन्हें पढ़ाएंगे. इन्ही बच्चों में से कोई भविष्य में देश का प्रधानमंत्री बनेगा. हम नहीं चाहते कि भविष्य में कोई फर्जी डिग्री लेकर पीएम बने." इसके अलावा एक और ट्विट में उन्होंने लिखा, "बच्चों की शिक्षा पर चाहे जितने पैसे खर्चने पड़ें, हम खर्चेंगें. हम अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देंगे. कल को इन्ही बच्चों में से कोई देश का पीएम बनेगा. हम नहीं चाहते कि भविष्य में कोई अनपढ़ व्यक्ति देश का PM बने."
सीएम केजरीवाल ने सरकारी स्कूल की नई इमारत की रखी आधारशिला
इससे पहले पूर्वी दिल्ली के विनोद नगर में सीएम केजरीवाल ने एक सरकारी स्कूल की नई इमारत की आधारशिला रखी. उन्होंने कहा कि ये इमारत किसी भी विदेशी स्कूल और यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग जैसी शानदार होगी. मनीष सिसोदिया ने ही इस इमारत का प्लान बनाया था. उनकी ओर से शुरू की गई इस शिक्षा क्रांति को हम मिशन मोड पर यूं ही जारी रखेंगे.
'सच्चाई के रास्ते पर चलने वालों की भगवान परीक्षा लेते हैं'
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "सच्चाई के रास्ते पर चलने वालों की भगवान परीक्षा लेते हैं. सत्यवादी राजा हरीशचंद्र का राज पाठ चला गया. मनीष सिसोदिया की भी कड़ी परीक्षा है और इस स्कूल के बच्चे जैसे अच्छे नंबर लाएंगे, वैसे ही मनीष सिसोदिया भी पूरे अंकों से पास होंगे और इस स्कूल का उद्घाटन करेंगे." इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर भी निशाना साधा. सीएम केजरीवाल ने कहा कि एक तरफ हम नए-नए स्कूल बना रहे हैं, वहीं बीजेपी वाले एमसीडी का स्कूल तोड़ कर अपना दफ्तर बना रहे हैं. अगर बीजेपी अपना दफ्तर तोड़कर स्कूल बनाती तो इनका इतिहास में नाम होता.
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