एतिहाद और अमेरिकन एयरलाइंस के बाद, दिल्ली सरकार ने अब कतर एयरवेज को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी अनिवार्य कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करने में विफल रहने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है. यह नोटिस ऐसे समय पर जारी किया गया है, जब कई देशों से भारत आ रहे नागरिक कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए जा रहे हैं. नोटिस में कहा गया है कि उड़ानों में दो प्रतिशत यात्रियों के साथ रैंडम जांच के मानदंडों का पालन नहीं किया जा रहा था, जोकि रविवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे थे.
जवाब नहीं दिया तो गंभीरता से लेंगे
दिल्ली सरकार के एक नोटिस के अनुसार, कतर एयरवेज की उड़ान मंगलवार को दोहा के हमाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से राष्ट्रीय राजधानी पहुंची और यह कुल यात्रियों के 2 प्रतिशत यात्रियों की पहचान करने में विफल रही, जिन्हें रैंडम आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना था. नोटिस में कहा गया है कि कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दिया, तो इसे गंभीरता से लिया जाएगा और माना जाएगा कि स्टेशन प्रबंधक के पास मामले में कहने के लिए कुछ नहीं है. ऐसी दशा में आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के नियमों के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी.
एतिहाद एयरवेज को भी नोटिस जारी हुआ था
इससे पहले दिन में, राज्य सरकार ने एतिहाद एयरवेज को अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए दिशानिर्देशों के कथित गैर-अनुपालन के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था. 4 दिसंबर को उसने इसी आधार पर अमेरिकन एयरलाइंस को भी इसी तरह का नोटिस जारी किया था. गौरतलब है कि यात्रियों को सफर से पहले एयर सुविधा पोर्टल पर जानकारी देनी होती है. साथ ही आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट भी देनी होती है, लेकिन इन एयरलाइंस से आए यात्रियों ने कोई जानकारी नहीं दी थी.
गाइडलाइन जारी की गई है
बता दें कि ओमिक्रॉन को देखते हुए केंद्र सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है.केंद्र सरकार ने एयरलाइनों के लिए जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों का हवाई अड्डे पर ही परीक्षण करना अनिवार्य कर दिया है, जिन्हें परिणाम आने के बाद ही जाने दिया जाएगा. कुल उड़ान यात्रियों में से 2 प्रतिशत का रैंडम रूप से परीक्षण किया जाएगा. केंद्र ने ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल को जोखिम वाले राष्ट्रों की सूची में रखा है. इस बीच, सोमवार को मुंबई में ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो मामले सामने आए, जिससे भारत में नए वैरिएंट के मामलों की कुल संख्या 23 हो गई है.
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