दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राजधानी में कोविड -19 केसों की संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है. कोविड के मरीजों के इलाज के लिए आरक्षित 9,755 अस्पताल के बिस्तरों में केवल 62 पर ही मरीज हैं. इस वजह से दिल्ली के कोविड केयर सेंटर और हेल्थ केयर सेंटर में मरीजों का आना भी कम होता जा रहा है. इसलिए दिल्ली सरकार कई जगहों से कोविड केयर सेंटर और कोविड हेल्थ केयर सेंटरों को बंद करेगी.
दिल्ली में कोविड केयर सेंटरों में बिस्तरों की संख्या फरवरी की शुरुआत में 4,626 थी और अब यह घटकर वर्तमान में 875 हो गई है. इसलिए दिल्ली सरकार ने इनमें से अधिकतर केंद्रों को बंद करने का भी फैसला किया है. हालांकि दिल्ली सरकार ने भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर तीन सुव्यवस्थित केंद्र रखने का निर्णय लिया है. पिछले महीने के अंत में जारी आदेश में कहा गया था कि दिल्ली में कोविड-19 मामलों की सकारात्मकता दर में कमी है और बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सात कोविड देखभाल केंद्रों को बंद करने की मंजूरी दी थी.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दिल्ली सरकार ने पिछले महीने रामलीला ग्राउंड और गुरु तेग बहादुर अस्पताल के पास 500-500 बिस्तरों वाले दो कोविड केयर सेंटरों को बंद किया था. जिन केंद्रों को बंद किया गया है उनमें लोक नायक अस्पताल के पास शहनाई भोज, गुरुद्वारा रकाब गंज, गुरु तेग बहादुर अस्पताल के डीईएम ब्लॉक, चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेदिक चरक संस्थान और आयुर्वेदिक और यूनानी टिब्बिया कॉलेज और अस्पताल शामिल हैं.
इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर जिन तीन केंद्रों का रखरखाव किया जाएगा उनमें सावन कृपाल आश्रम, नाथूपुरा और संत निरंकारी मंडल मैदान में बने कोविड केयर सेंटर हैं. इसके अलावा राधा स्वामी में कोविड देखभाल केंद्र और स्वास्थ्य केंद्र भी हैं.