मजनू का टीला और चांदनी चौक को फूड हब बनाएगी दिल्ली सरकार, CM केजरीवाल ने किया ऐलान; जानें क्या है प्लान
Delhi: इन दोनों को फूड हब बनाने के बाद अन्य जगहों को भी फूड हम के तौर पर विकसित किया जाएगा. समय-2 पर इन बाजारों में खाने की गुणवत्ता का भी ऑडिट किया जाएगा
Delhi News: दिल्ली सरकार पूरे शहर में चरणबद्ध तरीके से 'फूड हब' बनाने की योजना पर काम कर रही है. पहले चरण में नॉर्थ दिल्ली में स्थित 'मजनू का टीला', जिसे दिल्ली का छोटा तिब्बत कहा जाता है, और अपने स्ट्रीट फूड के लिए मशहूर चांदनी चौक मार्केट को मेगा फूड हब के तौर पर विकसित किया जाएगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह ऐलान किया है.
आने वाले सालों में पैदा होगीं 20 लाख नौकरियां
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश में बेरोजगारी बढ़ रही है, दिल्ली के कई युवा भी बेरोजगार हैं. इसलिए रोजगार को बढ़ावा देने के लिए और दिल्ली के फूड जॉइंट्स को बढ़ावा देने के लिए हमने फूड हब्स को विकसित करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि फूड हब्स के विकास के साथ व्यापार बढ़ेगा राजस्व को बढ़ावा मिलेगा और बड़ी संख्या में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. केजरीवाल ने कहा कि आप के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले छह-सात वर्षों में दिल्ली में लगभग 12-13 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए हैं और आने वाले वर्षों में 20 लाख और नौकरियां पैदा करेंगी.
दिल्ली के खाने को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलेगी पहचान
केजरीवाल ने कहा कि व्यापक शोध, परामर्श और बाजार संघों के साथ कई बैठकों के बाद हमने मजनू का टीला और चांदनी चौक का चयन किया है. पहले इन दो बाजारों को प्रमुखता से फूड हब के तौर पर विकसित किया जायेगा और उसके बाद बाकी जगहों को फूड हब बनाया जाएगा. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को भारत की फूड कैपिटल के रूप में जाना जाता है. यहां हर प्रकार का खाना मिलता है, इसलिए हम अपने भोजन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देना चाहते हैं.
12 हफ्तों के अंदर काम शुरू
उन्होंने कहा कि अगले 12 हफ्तों में इन दोनों बाजारों के वास्तुशिल्प डिजाइन को अंतिम रूप दिया जाएगा और फूड हब पर काम शुरू करने के लिए ठेके दिए जाएंगे. इस परियोजना को दिल्ली पर्यटन विभाग और दिल्ली पर्यटन और परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा. दिल्ली सरकार के करीबी सूत्रों ने बताया कि सरकार फूड फेस्टिवल आयोजित करने की योजना पर भी काम कर रही है. इसके अलावा सरकार फूड ट्रक और क्लाउड किचिन पर भी विचार कर रही है. सरकार शिक्षा और बुनियादी खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता प्रशिक्षण के लिए मॉड्यूल पर भी काम कर रही है. एक अधिकारी ने बताया कि खाने की गुणवत्ता को जांचने के लिए इन बाजारों का मासिक ऑडिट भी किया जाएगा.
यह भी पढ़ें: