1000 Bus on Rent in Delhi: दिल्ली सराकर ने प्रदूषण के समस्या को देखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, दिल्ली सरकार ने लगभग 1,000 प्राइवेट बस किराए पर लेने का फैसला किया है. दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को इसके लिए प्रस्ताव दिया है. इस प्रस्ताव के बाद अब दिल्ली मेट्रों और बसों में खड़े यात्रियों को अनुमति दी जानी चाहिए.
वाहन के कारण दिल्ली में होता है सबसे ज्यादा प्रदूषण
दिल्ली में वाहन प्रदूषण का एक बड़ा कारण है. सेंटर ऑप साइंस एंड एनवायरनमेंट के हालिया विश्लेषण से पता चलता है कि यातायात की भीड़ उस समय पूर्व महामारी के स्तर पर वापस आ गई थी, जब हवा की गुणवत्ता खराब हो गई थी. गहलोत ने दिल्ली वासियों से गाड़ियों से ज्यादा उत्सर्जन के कारण होने वाले प्रदूषण को देखते हुए निजी वाहनों के प्रयोग न करने का अनुरोध किया है. गहलोत ने निजी वाहनों के जगह पर सार्वजनिक वाहनों का प्रयोग करने को कहा है. दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक परिवहन को बढ़ाने के लिए 1000 प्राइवेट बसों को किराए पर लिया है.
आपातकालीन उपाय है बस का रेंट पर लेना
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा है कि बसों को रेंट पर लेना एक आपातकालीन उपाय के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. पिछले वर्ष ऑड ईवन योजना के संचालन के दौरान, केवल 650 बसों की व्यवस्था ही की जा सकी थी, इसे इस साल बढ़ाकर 1000 बसों तक जोड़ने का प्लान है. कोविड की स्थिति में सुधार और निजी वाहनों से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए, हमने डीडीएमए को भी प्रस्ताव दिया है कि बसों और दिल्ली मेट्रो में खड़े यात्रियों को अनुमति दी जानी चाहिए और मौजूदा प्रतिबंध हटा दिया जाना चाहिए.
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