Delhi: प्रदूषण के चलते GRAP-4 की पाबंदियों से कारोबार का बुरा हाल, आंकड़े दे रहे गवाही
Delhi Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए ग्रैप-4 की पाबंदियां लागू हैं. पाबंदियों के कारण दिल्ली आने वाले वाहनों की संख्या में भारी कमी हुई है. इसका असर कारोबार पर पड़ा है.
Delhi Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का बुरा असर व्यापार और उद्योग पर पड़ रहा है. बढ़ते प्रदूषण के कारण लागू ग्रैप-4 और अन्य प्रतिबंधों से व्यावसायिक और हल्के वाहनों का संचालन बाधित हुआ है. दिल्ली के बाहर से आने वाले वाहनों की संख्या में भारी गिरावट आई है. इसका सीधा प्रभाव रिटेल बाजार, उद्योग और पर्यटन पर पड़ा है.
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली के रिटेल बाजारों में ग्राहक कम हो गए हैं. पहले जहां रोजाना एनसीआर से 3-4 लाख लोग खरीदारी के लिए दिल्ली आते थे, अब उनकी संख्या घटकर मात्र 1 लाख रह गई है. स्थानीय लोग भी बाजार आने से बच रहे हैं. खरीदारी के लिए लोगों का विकल्प ऑनलाइन हो गया है. ऑनलाइन खरीदारी को प्राथमिकता दी जा रही है.
व्यापार और उद्योग पर वायु प्रदूषण की मार
ऑनलाइन खरीदारी से दिल्ली के व्यापार को रोजाना लगभग 100 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने में कुल 2500 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है. सीटीआई महासचिव गुरमीत अरोड़ा और वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक गर्ग ने कहा कि निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध से प्रोजेक्ट्स में देरी हो रही है और लागत भी बढ़ने की आशंका है. साथ ही मजदूरों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है.
शादियों के सीजन में इवेंट्स हो रहे स्थगित
प्रदूषण का असर पर्यटन और इवेंट्स पर भी पड़ा है. उन्होंने बताया कि शादियों के सीजन में इवेंट्स स्थगित हो रहे हैं. दिल्ली में 200 से अधिक इवेंट्स अब तक रद्द किये जा चुके हैं. बाहरी लोग दिल्ली में इवेंट्स आयोजित करने से बच रहे हैं. सीटीआई के पदाधिकारियों ने कहा कि ऐसी स्थिति न केवल कारोबारियों बल्कि मजदूरों और दिल्ली की अर्थव्यवस्था के लिए भी चिंताजनक है.
न्याय यात्रा के समापन पर दिल्ली कांग्रेस बोली, 'जनता का AAP से भरोसा उठ चुका है'