GTB Hospital Firing: जीटीबी अस्पताल हत्याकांड में हासिम बाबा गैंग के गुर्गे गिरफ्तार, कैसे मिली सफलता?
Murder Case: जांच के दौरान वार्ड में भर्ती मरीज ने हासिम बाबा गिरोह पर शक जताया था. उसने बताया कि रंजिश में बदमाश मुझे मारने आये थे लेकिन गलती से बगल वाली बेड पर के मरीज को मार दिया.
Delhi Hospital Firing Case: राष्ट्रीय राजधानी के जीटीबी अस्पताल में गोली मारकर मरीज की हत्या कर दी गयी थी. आरोपी की उम्र 18 साल बताई जा रही थी. जांच के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता मिल गयी. हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
आरोपी कुख्यात हासिम बाबा गैंग के सदस्य बताए जा रहे हैं. पूछताछ में खुलासा हुआ है आरोपियों ने गलत पहचान की वजह से दूसरे मरीज की हत्या कर दी थी. आरोपियों के निशाने पर अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज था.
जांच के दौरान वार्ड में भर्ती मरीज ने हासिम बाबा गिरोह पर पर शक जताया था. उसने बताया कि रंजिश में बदमाश मुझे मारने आये थे लेकिन गलती से बगल वाली बेड पर के मरीज को मार दिया. व्यक्ति पर 12 जुलाई को कुछ बदमाशों ने गोली चलाई थी. घायल शख्स को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था. आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया गया. फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान की गई. बदमाशों के सोशल मीडिया अकाउंट और मोबाइल नंबर ढूंढ निकाले गये.
जीटीबी अस्पताल हत्याकांड में शामिल दो आरोपी गिरफ्तार
सीडीआर कॉल डीटेल रिकॉर्ड का विश्लेषण कर आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकी है. पुलिस को घटना के बारे में पीसीआर कॉल आयी थी. मौके पर पहुंचने के बाद पता चला कि मरीज रियाजुद्दीन 23 जून को अस्पताल में भर्ती हुआ था. पुलिस के अनुसार जिस मरीज की गोली मारकर हत्या की गई उसे पेट में संक्रमण का इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था. रविवार शाम करीब चार बजे लगभग 18 साल का युवक वार्ड में गोली मारकर रियाजुद्दीन की हत्या कर दी. हत्या की सूचना के तुरंत बाद पुलिस टीम अस्पताल पहुंची. पता चला कि मरीज की मौत हो चुकी है. मृतक खजूरी खास का रहने वाला था.
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