दिल्ली सरकार ने डायरेक्ट्रेट ऑफ एजुकेशन को आदेश दिया है कि वे दिल्ली के सरकारी स्कूलों के गेस्ट टीचर्स की सैलरी बढ़ाएं. ये आदेश केवल गेस्ट टीचर्स के लिए नहीं बल्कि कांट्रैक्ट के आधार पर काम कर रहे शिक्षकों के लिए भी है. इस बाबत शासनादेश जारी किया जा चुका है. स्टेट एजुकेशन मिनिस्टर ने इस बाबत मैसेज सोशल मीडिया पर भी शेयर किया.
टीचर्स से मुलाकात के बाद लिया गया फैसला -
दिल्ली अतिथि शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मुलाकात की और दिल्ली सरकार के स्कूलों में तैनात अतिथि शिक्षकों की ओर से एक ज्ञापन सौंपा.
यही नहीं इस बारे में जारी बयान में ये भी कहा गया कि शिक्षकों ने स्कूल में स्टूडेंट्स के साथ पढ़ने-पढ़ाने के अपने अनुभव भी साझा किए. इस मुलाकात में कई मुद्दों पर बात हुई.
क्या कहा सरकार ने स्टेटमेंट में -
दिल्ली सरकार द्वारा जारी स्टेटमेंट में कहा गया कि, ‘दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों के प्रति आभार के रूप में, केजरीवाल सरकार ने उनके वेतन में वृद्धि करने का आदेश दिया है. यह नए साल से पहले उनके लिये एक उपहार होगा और महामारी के दौरान उन्हें यह जरूरी राहत देने वाला होगा.’
इसलिए लिया गया वेतन बढ़ाने का फैसला -
इस बयान के मुताबिक महंगाई और जीवन यापन के खर्च में वृद्धि और कोविड-19 के कारण परिवारों के सामने पैदा हुई कठिनाई को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली सरकार ने शिक्षा विभाग को अतिथि और अनुबंध शिक्षकों के पारिश्रमिक में वृद्धि करने का निर्देश दिया है.
ये बोले दिल्ली के सीएम केजरीवाल -
इस बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि सरकार ने अतिथि शिक्षकों के वेतन में वृद्धि की प्रक्रिया शुरू कर दी है.’ ऐसी आशा की जाती है कि जल्द ही शिक्षकों को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा.
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