दिल्ली में नकली पुलिस बनकर स्टूडेंट्स से लूटपाट करने वाले गैंग का पर्दाफाश, चार बदमाश गिरफ्तार
Delhi Crime News: हरि नगर पुलिस ने सागरपुर से 4 लुटेरों को पकड़ा है. वो नकली पुलिसकर्मी बनकर स्टूडेंट्स से लूटपाट करते थे. उनके पास से पिस्टल, कारतूस, 1 लाख रुपये और वारदात वाली कार मिली है.
Fake Police Officers Busted In Delhi: हरी नगर पुलिस ने नकली पुलिस ऑफिसर की टीम बनाकर स्टूडेंट्स से लूटपाट करने के मामले का खुलासा कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने चार लुटेरों को गिरफ्तार किया गया है, जिसकी पहचान, मनप्रीत सिंह उर्फ ट्विंकल, जुनैद वजीर उर्फ मोंटी, कुलदीप सिंह उर्फ अंशु और सरबजीत उर्फ प्रिंस के रूप में हुई है. ये तिलक नगर, सागरपुर, हरी नगर और तिलक मार्ग इलाके के रहने वाले हैं. पुलिस ने इनके कब्जे से पिस्टल, जिंदा कारतूस, एक लाख कैश और वारदात में इस्तेमाल कार भी बरामद किया है.
पश्चिमी दिल्ली DCP विचित्र वीर ने बताया कि, 11 दिसंबर को हरि नगर इलाके में एक फ्लैट में घुस कर कुछ लोगों द्वारा गन पॉइंट पर लूट की सूचना पुलिस को मिली थी. पुलिस को दी गयी शिकायत में एक स्टूडेंट ने बताया कि वह पांच दोस्तों के साथ सुभाष नगर के अपने किराए वाले फ्लैट में था.
1.55 लाख रुपये गन पॉइंट पर लूट लिया
इस दौरान रात के समय करीब 9:40 बजे चार लोग उनके फ्लैट में घुसे और उन्होंने अपने आपको पुलिस स्टाफ बताया. उन्होंने, उन पर आरोप लगाया कि वे लोग इस फ्लैट में गलत गतिविधि कर रहे हैं. फ्लैट में फर्जी कॉल सेंटर चलाये जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने उनके पूरे रूम की तलाशी ली और वहां से 1.55 लाख रुपये गन पॉइंट पर लूट लिया.
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की और आरोपियों की तलाश शुरू की. इसके लिए एसीपी राजौरी गार्डन की देखरेख और एसएचओ प्रदीप कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर मुकेश, प्रताप सिंह, एसआई ठाकुर सिंह, अभिषेक, तेज दत्त, मुकेश, एएसआई रमेश, हेड कांस्टेबल सचिन, पिंटू, ओम प्रकाश, कांस्टेबल बलराम और पवन की टीम की टीम का गठन किया गया.
टीम ने सूत्रों को सक्रिय कर जानकारी को विकसित करना शुरू किया. साथ ही टेक्निकल सर्विलांस भी लगाया और आखिरकार टीम इन चारों आरोपियों के बारे में पता लगाने में कामयाब हुई और फिर एक-एक करके इन चोरों को दबोच लिया गया. उनके पास से हथियार, कैश और वारदात में प्रयुक्त कार भी बरामद कर लिया गया.
आरोपियों की पूछताछ
पूछताछ में इन्होंने बताया कि उन्हें एक इनफार्मेशन मिली थी कि इस फ्लैट में यह लोग इलीगल एक्टिविटी कर रहे हैं. उस इनफॉरमेशन पर इन लोगों ने वहां पर पुलिसकर्मी बनकर कैश ऐंठने का प्लान बनाया और घटना वाली रात वहां पहुंचकर लूट की वारदात को अंजाम दे डाला.
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