Seasonal Flu Infection: मौसम बदलने से बड़ी संख्या में लोग सीजनल फ्लू (influenza) का शिकार होते हैं. खास तौर से जाती हुई सर्दी यानी फरवरी- मार्च के महीने में लोग बहुत ज्यादा बीमार पड़ते हैं. जिसमें बुजुर्गों और बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा होता है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि मौसम बदलने से हमारे शरीर में सेंसिटिविटी और एलर्जी बढ़ जाती है. यही वजह है कि हम जल्दी किसी भी संक्रमण का शिकार हो जाते हैं. सीजनल फ्लो में बुखार, खांसी, जुकाम, सर दर्द, थकान जैसे लक्षण होते हैं और इसके संक्रमण से बचने के लिए सबसे बेहतर तरीका लाइफस्टाइल में बदलाव है और खाने पीने का खास ख्याल रखना है.


एबीपी न्यूज़ ने सीजनल फ्लो पर फोर्टिस हॉस्पिटल के डॉक्टर अवि कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि सबसे पहले जरूरी है कि आप अपना ख्याल रखें, जैसे कोरोना के दौरान हमने साफ सफाई का ख्याल रखा था. उसी तरह सीजनल फ्लू के दौरान भी साफ सफाई का बहुत ज्यादा ख्याल रखना होता है. खासतौर से बार-बार हाथ धोना या फिर अपने हाथों को सेनेटाइज करते रहें. 


सीजनल फ्लू से बचने के ये हैं बेहतरीन उपाए


किसी भी जगह रखी हुई किसी चीज को टच करके अपने मुंह या नाक पर हाथ लगाने से बचना चाहिए. क्योंकि इससे ड्रॉपलेट से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. खाने-पीने में पौष्टिक आहार और हरी सब्जियों और फलों को शामिल करने से इम्यूनिटी अच्छी रहती है. जो किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने या किसी भी तरह के संक्रमण को शरीर में पैदा होने से रोकती है. 


डॉ अवि कुमार बताते हैं कि छोटे बच्चे और बुजुर्गों को किसी भी तरह की बीमारी का खतरा ज्यादा होता है इसकी वजह यही होती है कि उनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है और उनके शरीर में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. जिसके लिए छोटे बच्चों और बुजुर्गों का ऐसे मौसम में खास ख्याल रखने की जरूरत होती है.


इसके साथ ही वह लोग जिन्हें शुगर, ब्लड प्रेशर, अस्थमा, लंग या किडनी डिसीज़ होता है वह भी जल्दी सीजनल फ्लू का शिकार हो सकते हैं और इसके साथ ही सीजनल फ्लो निमोनिया का खतरा भी बड़ा देता है जिसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत और रेस्पिरेट्री डिसीसिस बहुत बढ़ जाते हैं। एक्सपर्ट सलाह देते हैं की सालाना वैक्सीन जरूर लगवाएं जिससे कॉम्प्लिकेशन होने का रिस्क काम होता है।


स्वास्थ्य मंत्रालय ने सीजनल फ्लू से बचने के लिए दी सलाह


स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को मौसमी बुखार के संक्रमण को नियंत्रित करने और इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए कुछ नियमों का पालन करें और सावधानी बरतने के सुझाव दिए: 


1. छींकते या खांसते वक्त अपने मुंह और नाक को रूमाल या किसी कपड़े से अवश्य ढकें.
2. प्राय: अपने हाथ साबुन और पानी से धोएं.
3. नाक आंख या मुंह को न छुए.
4. भीड़-भाड़ वाली जगह से बचें और फ्लू से संक्रमित लोगों से एक हाथ की दूरी पर रहें.
5. बुखार खांसी या गले में खराश हो तो सार्वजनिक जगहों से दूर रहें.
6. खूब पानी पिएं और पौष्टिक आहार लें.
7. पूरी नींद लें.


स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कुछ ऐसी बातों की सलाह भी दी गई है कि किन चीजों को नहीं करना चाहिए. जैसे हाथ न मिलाएं,  गले ना लगें, सार्वजनिक जगहों पर न थूके. चिकित्सक की सलाह के बिना दवा न लें. 


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