Delhi High Court News: 'सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम' ने दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीशों के रूप में नियुक्ति के लिए तीन वकीलों के नामों की सिफारिश बुधवार को केंद्र से की. चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम के प्रस्ताव में कहा गया है, "कॉलेजियम यह सिफारिश करता है कि अधिवक्ताओं- अजय दिगपॉल, हरीश वैद्यनाथन शंकर और सुश्री श्वेताश्री मजूमदार, को दिल्ली हाई कोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया जाए. उनकी वरिष्ठता मौजूदा प्रथा के अनुसार तय की जाए."


हाई कोर्ट में जज पद के लिए नामों की सिफारिश करने वाले तीन-सदस्यीय कॉलेजियम में सिनियर मोस्ट जज संजीव खन्ना और जज बीआर गवई भी शामिल हैं. प्रस्ताव में कहा गया है, ‘‘पच्चीस अक्टूबर 2023 को दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जज ने अपने दो मोस्ट सीनियर सहयोगी के परामर्श से उक्त अधिवक्ताओं के नामों की सिफारिश हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति के लिए की.’’


हाई कोर्ट में प्रमोशन के लिए तीनों अधिवक्ताओं की ‘योग्यता और उपयुक्तता’ का पता लगाने के लिए शीर्ष अदालत के कॉलेजियम ने दिल्ली हाई कोर्ट के मामलों से परिचित जजों से परामर्श किया. प्रस्ताव में कहा गया है, ‘‘हाई कोर्ट में पदोन्नति के लिए उपरोक्त उम्मीदवारों की योग्यता और उपयुक्तता का आकलन करने के उद्देश्य से, हमने रिकॉर्ड पर रखी गई सामग्री की जांच की और मूल्यांकन किया है. हमने फाइल में न्याय विभाग द्वारा की गई टिप्पणियों का भी अवलोकन किया है.’’


सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के बारे में
भारत में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम एक निकाय है जो सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में जजों की नियुक्ति और स्थानांतरण के लिए जिम्मेदार है. इसमें भारत के चीफ जस्टिस (CJI) और सुप्रीम कोर्ट के चार सीनियर जज शामिल होते हैं. कॉलेजियम प्रणाली बहस और आलोचना का विषय रही है, कुछ लोगों का तर्क है कि इसमें पारदर्शिता की कमी है और नियुक्ति प्रक्रिया को और अधिक जवाबदेह बनाने के लिए सुधारों की आवश्यकता है.


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