Delhi Fraud Case: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हनी ट्रैप रैकेट का पर्दाफाश कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी खुद को पुलिसकर्मी बताकर निर्दोष लोगों से पैसे वसूलते थे. पुलिस के मुताबिक इस गिरोह पर पहले भी हनी ट्रैप के मुकदमे दर्ज हैं. ये आरोपी दिल्ली के बिंदापुर थाना इलाके में एक हनी ट्रैप मामले में वांटेड थे. गिरफ्तार आरोपियों के नाम नीरज त्यागी, आशीष माथुर और दीपक  हैं. इन आरोपियों के पास से दिल्ली पुलिस ने 3 नकली आईडी कार्ड, दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल की यूनिफॉर्म, कार और 3 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. 


आरोपियों के गैंग में लड़कियां भी शामिल


दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के गैंग में कुछ लड़कियां भी शामिल थी. ये लड़कियां पीड़ित को पहले अपने जाल में फ़ंसाती थी और फिर जब व्यक्ति उनकी बातों में आ जाता था तो वह उन्हें मिलने के लिए बुलाती थी और जैसे ही कोई शख्स इनसे मिलने के लिए इनकी बताई जगह पर पहुंचता था तभी पुलिस की वर्दी पहने गैंग के बदमाश वहां पर धावा बोल देते हैं और डरा धमका कर लोगों से पैसा वसूली किया करते थे. इस तरह ये लोगों को निशाना बनाया करते थे और वारदात को अंजाम देते थे. 


डॉक्टर को फंसाकर 9 लाख रुपये की उगाही की


दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच में एडिशनल सीपी संजय भाटिया ने इससे संबंधित मामले के बारे में बताते हुए कहा कि इस गैंग ने 60 साल के एक डॉक्टर को फंसाकर उनसे 9 लाख रुपये की उगाही की थी. डॉक्टर को एक लड़की ने फोन करके अपने घर बुलाया था, जहां डॉक्टर को आरोपियों ने गलत काम में फंसा दिया और फिर डॉक्टर को धमकाकर पैसे ऐंठ लिए थे. 


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