Delhi News Today: देशभर में रेजिडेंट डॉक्टर्स के प्रदर्शन के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रदर्शन में शामिल डॉक्टर आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर महिला डॉक्टर की रेप के बाद बेरहमी से हत्या के बाद सुरक्षा और न्याय की मांग कर रहे हैं.


इस प्रदर्शन में दिल्ली के सभी अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर शामिल हैं. डॉक्टर्स ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया है, जिसमें सुरक्षा और न्याय की मांग शामिल है. इसको लेकर सोमवार (12 अगस्त) की सुबह से ही रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं. 


देश व्यापी इस हड़ताल में दिल्ली सहित पूरे देश के अस्पताल शामिल हैं. इस हड़ताल को कई हजार डॉक्टर्स समर्थन कर रहे हैं. रेसिडेंट डॉक्टर्स के हड़ताल पर जाने से अस्पताल में सेवाओं और मरीजों पर भी सोमवार को असर पड़ता दिखा. 


कई मरीजों को तीन महीने आया नंबर 
प्रदर्शन की वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि डॉक्टर्स ने अपनी सेवाएं बंद कर दी है. अस्पतालों में मरीजों की देखभाल के लिए पर्याप्त डॉक्टर नहीं हैं. कई मरीजों को इलाज के लिए दूसरे अस्पतालों में जाना पड़ रहा है. हड़ताल की वजह से इलाज में देरी से मरीज परेशान हैं और महंगे इलाज के लिए मजबूर हैं.


एबीपी न्यूज ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज कराने आये मरीजों और उनके परिजनों से हड़ताल के बाद हो रही परेशानियों को लेकर बातचीत की. मरीज के परिजनों ने बताया कि उनके इलाज में देरी हुई है. कुछ ऐसे मरीज मिले जिनको इलाज के लिए 3 महीने की वेटिंग के बाद डेट मिली थी, लेकिन हड़ताल की वजह से आज डॉक्टर को नहीं दिखा पाए. 


'मांग पूरी न होने तक जारी रहेगी हड़ताल'
इन मरीजों को अस्पताल से दोबारा दस दिन बाद की डेट दी गई. रिपोर्टिंग के दौरान कुछ ऐसे लोग भी मिले जिनका कहना था कि उनका रेगुलर इलाज चलता है, लेकिन आज बहुत समय लग रहा है. इसकी वजह डॉक्टरों की कमी है. डॉक्टर्स का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं, तब तक वह लोग हड़ताल खत्म नहीं करेंगे.


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