Delhi Students Protest: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में शनिवार 27 जुलाई को बड़ा हादसा हुआ जहां एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई. जब बेसमेंट में पानी भर रहा था, उस समय वहां करीब 35 छात्र मौजूद थे. अब छात्रों ने अपने साथियों की मौत पर दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. एडिशनल डीसीपी सचिन शर्मा प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच पहुंचे. उन्होंने कहा कि तीन छात्रों की मौत हुई है. हम कुछ भी क्यों छिपाएंगे? हम आपको आश्वासन देते हैं कि कानूनी तौर पर जो भी संभव होगा हम करेंगे, जांच जारी है.


बेसमेंट के अंदर क्लास क्यों चला रहे थे जांच का विषय?
वहीं कोचिंग सेंटर हादसे पर दिल्ली फायर सर्विसेज के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि शनिवार शाम करीब 7:10 बजे हमें फोन आया कि करोल बाग इलाके में भारी बारिश हो रही है और एक बेसमेंट में 2 या 3 बच्चे फंसे हुए हैं. जब हमारी टीम वहां पहुंची तो देखा कि बेसमेंट में पानी भरा हुआ था. पहले हमें पंप से पानी निकालना पड़ा लेकिन जब हमने ऐसा करने की कोशिश की तो सड़क का पानी बेसमेंट में जाता रहा, इसमें काफी समय लग गया. हमने बेसमेंट से पानी बाहर निकाला और पानी का स्तर 12 फीट से घटकर 8 फीट हो गया. फिर हमने छात्रों के शव निकाले. अब हमने सारा पानी बाहर निकाल दिया है और बचाव अभियान खत्म हो गया है. अंदर पानी कैसे गया और बेसमेंट के अंदर क्लास क्यों चला रहे थे, ये बातें जांच का विषय हैं.


स्वाति मालीवाल ने दिल्ली सरकार पर बोला हमला
वहीं AAP सांसद स्वाति मालीवाल भी प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच पहुंची. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बच्चे बहुत दु:खी हैं और बहुत गुस्से में हैं. 12 घंटे से ज्यादा हो गए हैं लेकिन अभी तक न दिल्ली सरकार के कोई मंत्री या दिल्ली की मेयर आई हैं, कोई अधिकारी नहीं आया है. इन बच्चों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है. मैं मानती हूं कि ये मौत कोई आपदा नहीं है बल्कि ये हत्या है, जितने भी दिल्ली सरकार के बड़े-बड़े लोग हैं उन पर FIR दर्ज होनी चाहिए. जितने बच्चों की मौत हुई है उनके घर पर जाकर 1 करोड़ का मुआवजा देना चाहिए. दिल्ली मंत्री और मेयर को तुरंत यहां पर आना चाहिए.


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