दिल्ली के इमाम संगठनों का कहना है कि उन्हें 17 महीनों से तनख्वाह नहीं मिली है. इस बीच दिल्ली की सीएम आतिशी ने कहा कि उनकी सैलरी जल्द जारी की जाएगी. सोमवार (30 दिसंबर) को ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद साजिद रशीदी के नेतृत्व में दिल्ली वक्फ बोर्ड के इमाम आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से मिलने 5 फिरोज शाह रोड पर पहुंचे थे.
अरविंद केजरीवाल से नहीं हो पाई मुलाकात
दिल्ली वक्फ बोर्ड के इमाम और मुअज्जिन मिलाकर करीब 240 लोग हैं जिनकी तनख्वाह दिल्ली वक्फ बोर्ड देता है जो दिल्ली सरकार के अंतर्गत आता है. पिछले 17 महीनों से इनामों को यह तनख्वाह नहीं मिली है. इसी को लेकर दिल्ली वक्फ बोर्ड के इमाम एक हफ्ते में तीसरी बार अरविंद केजरीवाल से मिलने पहुंचे. लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम आतिशी से इसको लेकर सवाल किया गया, जिस पर उन्होंने जल्द सैलरी जारी करने की बात कही.
बस-कंडक्टर को लेकर शिकायत पर क्या बोलीं सीएम आतिशी?
इसके साथ ही सीएम ने उस शिकायत का जिक्र किया जिसमें पता चला है कि बस ड्राइवर और कंडक्टर महिलाओं को देखकर बस नहीं रोकते. सीएम आतिशी ने कहा कि इन शिकायतों पर हम पहले ये बताना चाहते हैं कि महिलाएं ज्यादा से ज़्यादा संख्या में बसों का इस्तेमाल करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में बस यात्रा महिलाओं के लिए फ्री है. DTC और क्लस्टर बसों को साफ़ निर्देश दिये है कि अगर महिला के लिए बस नहीं रोकी गईं तो ड्राइवर और कंडक्टर दोनों को सस्पेंड कर दिया जायेगा. ऐसे अगर होता है तो महिलाएं बस के नंबर का तुंरत फोटो लें और सोशल मीडिया पर डालें. इसके बाद सख़्त कार्रवाई बस ड्राइवर और कंडक्टर पर होगी. उन्होंने कहा कि बसों के लिए जितनी पिंक टिकट जारी होती है उतना रिइम्बर्समेंट दिल्ली सरकार की तरफ़ से दिया जाता है.
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