दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन का आगाज, फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया हुए शामिल
International Buddhist Conference: दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध मीडिया सम्मेलन को आयोजन किया गया. इसमें बाईचुंग भूटिया ने कहा कि बौद्ध धर्म जीवन जीने का एक तरीका है.
International Buddhist Conference 2024: अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (IBC) और विवेकानंद अंतरराष्ट्रीय फाउंडेशन (VIF) की ओर से बुधवार (11 सितंबर) को अंतरराष्ट्रीय बौद्ध मीडिया सम्मेलन आयोजित किया गया. इस अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन का उद्देश्य नैतिक पत्रकारिता को बढ़ावा देना, विचारशील संचार को बढ़ावा देना और पूरे एशिया में बौद्ध मीडिया पेशेवरों का एक नेटवर्क स्थापित करना है.
इस कार्यक्रम में भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया मुख्य अतिथि थे. कार्यक्रम में वीआईएफ के चेयरमैन गुरुमूर्ति और विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के निदेशक डॉक्टर अरविंद गुप्ता भी शामिल हुए.
मुख्य अतिथि बाईचुंग भूटिया ने इस कार्यक्रम में कहा, "बौद्ध धर्म जीवन जीने का एक तरीका है. बुद्ध के उपदेशों में शांति और बलिदान का संदेश है. बौद्ध धर्म शांति और भाईचारे को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और मीडिया बौद्ध धर्म के संदेश को पूरे विश्व में फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा"
VIF के निदेशक अरविंद गुप्ता ने क्या कहा?
वहीं विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के निदेशक डॉक्टर अरविंद गुप्ता ने कहा, "विचार और क्रिया दोनों ही सभ्यतागत मूल्यों को बहाल करने के लिए महत्वपूर्ण है. सालों से हिंदू और बौद्ध विद्वानों ने इन मुद्दों पर चर्चा की है. यह जरूरी है कि बौद्ध धर्म के नैतिक आचरण और प्रबोधन पर ध्यान मीडिया द्वारा संतुलित और नैतिक रिपोर्टिंग के लिए अपनाया जाए."
वीआईएफ के चेयरमैन गुरुमूर्ति ने कहा, "पिछले कुछ सालों में दुनिया को काफी नुकसान पहुंचा है. दूसरी ओर भारत ने सबसे महान दार्शनिक परंपराओं को जन्म दिया है. यह आधुनिक संचार के लिए महत्वपूर्ण महत्व रखता है." वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के निदेशक अभिजीत हल्दर ने कहा कि कार्यक्रम को मीडिया से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है.
अभिजीत हल्दर ने कहा, "अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ अपने अगले सम्मेलन को बड़े स्तर पर आयोजित करेगा. यह समय की बात है कि संघर्ष से बचाव और सतत विकास के क्षेत्र में बुद्ध के उपदेशों को दुनिया द्वारा अपनाया जाए. भारत के बुद्ध की भूमि होने का तथ्य हम सभी के लिए एक आकर्षण है."