राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को लगता है बीमारियों ने घेर लिया है. कोरोना संक्रमण के मामले कम हुए तो डेंगू और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों ने दिल्लीवासियों पर कहर ढाना शुरू कर दिया है.जहां हर दिन डेंगू के मामलों में इजाफा हो रहा है तो स्वाइन फ्लू भी धीरे-धीरे लोगों को चपेट में ले रहा है. इसके मामलों में दिल्ली दूसरे पायदान पर खड़ी है. हालांकि अभी किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है.
NCDC के मुताबिक दिल्ली में 30 सितंबर तक स्वाइन फ्लू के 88 केस मिले थे
गौरतलब है कि पिछले साल भी स्वाइन फ्लू के कारण किसी मरीज की मौत नहीं हुई थी. नेशनल सेंटर फॉर डिजीज (NCDC) ने स्वाइन फ्लू के मामलों को लेकर 30 सितंबर 2021 तक की रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में स्वाइन फ्लू के 88 मामले दर्ज किए गए हैं. ये देश में स्वाइन फ्लू के दूसरे सबसे ज्यादा मामले हैं. स्वाइन फ्लू से पीड़ित मरीजों की संख्या पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा है.यहां 96 मामले हैं. वहीं देश में अब तक स्वाइन फ्लू के 300 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और 8 की मौत भी हो चुकी है.
ठंड बढ़ने के साथ स्वाइन फ्लू के मामलों में होता है इजाफा
वहीं संभावना जताई जा रही है कि 2017 और 2019 के जैसी स्थिति ही इस साल भी हो सकती है. अगर ऐसा हुआ तो दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है. ट्रेंड की मानें तो ठंड बढ़ने के साथ स्वाइन फ्लू के मामलों में भी इजाफा होने लगता है. सितंबर से लेकर फरवरी तक स्वाइन फ्लू के मामले पीक पर होते हैं. वहीं इस समय दिल्ली के अस्पताल डेंगू के मरीजों से भरे हुए हैं और अस्पतालों में बेड मिलने की भी समस्या आ रही है. ऐसे में अगर दिल्ली में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ते हैं तो स्थिति काफी बिगड़ सकती है.
वहीं त्योहारों के चलते दिल्ली के बाजारों में भीड़ उमड़ी हुई है. ऐसे में कोविड-19 के मामले बढ़ने की भी आशंका जताई जा रही है.
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू इसी सीजन में बढ़ता है. इसके लक्षण में बुखार आना, ठंड लगना, खांसी, सिर दर्द, गले में खराश और शरीर में दर्द शामिल हैं. इस बीमारी से बचने के लिए भी कोविड-19 की तरह ही नियमों का पालन करना चाहिए. जैसे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचे, मास्क पहने और बीमार लोगों के संपर्क में न आएं.
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