Delhi Murder: दिल्ली के जहांगीरपुरी में 2 लोगों पर चाकू से हमला, 1 की मौत, 2 नाबालिग गिरफ्तार
Delhi Murder Case: यह मामला जहांगपुरी के k ब्लॉक का है. कुछ हमलावर मंजीत को मारने के लिए उसके घर पहुंचे थे. जब मंजीत घर पे नहीं मिला तो उसके पिता पवन और उसके दोस्त अमन पर हमला कर दिया.
Delhi Murder News: दिल्ली के जहांगीरपुरी में सनसनीखेज मामला सामने आया है. दरअसल, उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में दो शख्स पर कथित तौर पर कई बार चाकू से हमला किया गया, जिसमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई. इस घटना की सूचना मिलने के बाद थाना पुलिस ने कुछ ही घंटों के भीतर 2 किशोर को पकड़ लिया.
जहांगीरपुरी थाना पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि चाकू गोदकर मारने की घटना की सूचना मिलने के बाद उन्होंने तुरंत एक टीम भेजी. पुलिस टीम ने घटनास्थल पर पहुंचने पर देखा कि पवन (45) को गंभीर चोटें आई हैं. जबकि अमन (21) की मौत हो गई है.
जांच के लिए कई टीमें गठित
उन्होंने बताया कि पुलिस जांच से पता चला है कि यह हमला पहले की रंजिश के कारण किया गया था. अधिकारी ने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए कई टीमें गठित की गई हैं.
यह मामला जहांगपुरी के k ब्लॉक का है. जहां कुछ लोग मंजीत को मारने उसके घर पहुंचे थे. जब मंजीत घर पे नहीं मिला तो उसके पिता पवन 45 पर चाकू से हमला कर दिया. दोस्त के पिता की चीख पुकार सुन मनजीत का दोस्त अमन 21 जो बाहर से गुजर रहा था को बचाने पहुंचा तो हमलावरों ने उस पर हमला कर दिया. अमन की मौके पर ही मौत हो गई.
चेन स्नैचर है मंजीत
पुलिस सूत्रों की मानें तो मंजीत स्नैचर है, जिससे हमलावरों का कुछ नुकसान किया था और आपसी दुश्मनी का बदला लेने के मकसद हमलावर मंजीत के घर उसे मारने पहुंचे थे. जहां मंजीत मौके पर से फरार हो गया, जिसका निशाना मंजीत के पिता और उसका 21 साल का दोस्त बना, जिसकी इस घटना में मौत हो गई.
पवन की हालत नाजुक
स्थानीय लोगों की मानें तो चाकू से लैस 8 से 10 हमलावर दूसरे धर्म के थे. पवन की हालत बेहद नाजुक है. उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है. वहीं अमन की बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गई है.
'अब मैं कैसे जिंदा रहूंगी'
अमन की मां का कहना है मेरा एक ही बेटा है. एक पहले ही मर गया. अब मैं कैसे जिंदा रहूंगी. इनकी अपनी लड़ाई थी. मेरे बेटे की कोई गलती नहीं थी. उसको बेमतलब का मार डाला. हत्यारों को सजा दो उनको सजा होनी चाहिए मैं हार्ट की मरीज़ों मुझे पुलिस ने तीन घंटे बैठा के रखा और मेरा बयान भी नहीं लिया.