यमुना की सफाई के लिए दिल्ली सरकार अभियान चला रही है. इसी कड़ी में दिल्ली जल बोर्ड ने यमुना घाट का सफाई अभियान चलाया. सफाई अभियान में गैर सरकारी संगठनों, छात्रों, वॉलेंटियर्स और बड़ी संख्या में आम लोगों ने भाग लिया. उन्होंने घाट से कचरा, गंदगी, प्लास्टिक और कूड़े को हटाया. चार गैर सरकारी संगठनों रूरल एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी, हरियाली सेंटर फॉर रूरल डेवलपमेंट, सोशल नेटवर्क इंडिया और गंगा देवी शैक्षिक सोसाइटी ने घाट की सफाई की. यमुना नदी को मूल स्वरूप में वापस लाने और घाटों को साफ करने का संकल्प लिया गया.
स्वच्छ यमुना अभियान के तहत घाट की सफाई
दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों और अभियान में शामिल अन्य लोगों ने लोगों को जागरूक किया. उन्होंने लोगों से घाट के महत्व, प्रदूषण की रोकथाम और यमुना की सफाई में भागीदारी पर बातचीत की. घाट के आसपास रहनेवाले लोगों को बताया गया कि यमुना नदी को स्वच्छ बनाने में सभी का सहयोग आवश्यक है.
मुहिम में भाग लेने वाले सभी लोगों की प्रशंसा
अधिकारियों ने बताया कि हर महीने के चौथे वीकेंड पर अभियान चलाया जाता है ताकि आम जनता भी हिस्सा ले सके. सफाई अभियान पूरा होने के बाद ठोकर-18 घाट पर अंतर साफ दिखाई दिया. पहले घाट के किनारे काफी गंदगी पड़ी हुई थी. सफाई अभियान के बाद घाट काफी साफ सुथरा हो गया. स्थानीय लोगों ने दिल्ली जल बोर्ड की मुहिम में भाग लेने वाले सभी लोगों और खासकर युवाओं की काफी प्रशंसा की.
अधिकारियों ने यमुना की सफाई के लिए लोगों से आगे आने का आह्वान किया. उन्होंने अगली पीढ़ी के लिए स्वच्छ और निर्मल यमुना की अहमियत को उजागर किया. यमुना घाट पर चलाए गए स्वच्छता अभियान में दिल्ली जल बोर्ड, नमामि गंगे और गैर सरकारी संगठनों ने शिरकत की. स्वच्छता अभियान के तहत ठोकर-18 घाट पर श्रमदान किया गया.
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