Delhi: लोगों को पानी की किल्लत से मिलेगी निजात, जल्द ही वजीराबाद में लगाया जाएगा अमोनिया कंट्रोल प्लांट
Delhi Water Supply: सोमनाथ भारती ने बताया कि वजीराबाद बैराज में अमोनिया कंट्रोल प्लांट लगाया जाएगा. इससे वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में प्रतिदिन 161 एमजीडी पानी शोधित किया जाएगा.
Delhi Water Crisis: दिल्ली जल बोर्ड (Delhi Jal Board) के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती (Somnath Bharti) ने वजीराबाद ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया. यहां उन्होंने ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण कर उसके फिल्टर्स को बदल कर प्लांट को अपग्रेड करने के निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने बताया कि वजीराबाद बैराज में यमुना के पानी में अमोनिया को कंट्रोल करने वाला प्लांट लगाया जाएगा. इससे पानी को शोधित कर दिल्ली के लोगों की पानी की किल्लत को दूर किया जा सकेगा.
सोमनाथ भारती ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विजन दिल्ली वासियों को 24 घंटे पीने की आपूर्ति के तहत अमोनिया कंट्रोल प्लांट को लगाया जाएगा. दिल्ली से सटे राज्यों से औद्योगिक कचरे वाले पानी को यूं ही यमुना में छोड़ दिया जा रहा है, जिससे यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर काफी बढ़ जाता है. साथ ही इसे वजीराबाद बैराज स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में शोधित करना संभव नहीं है. इसलिए वजीराबाद बैराज में अमोनिया कंट्रोल प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है.
35 करोड़ की लागत से लगेगा अमोनिया कंट्रोल प्लांट
35 करोड़ से लगने वाले इस प्लांट के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिल गयी है. सभी औपचारिकताओं को पूरा कर सितंबर महीने से इस प्लांट का काम शुरू किया जाएगा. इस प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 100 एमजीडी होगी. यमुना के पानी के अमोनिया को कंट्रोल कर दिल्ली वासियों को मुहैय्या कराया जाएगा. वहीं वजीराबाद के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के अपग्रेडेशन और फिल्टर को बदलने के बाद 25 प्रतिशत तक इसकी शोधन क्षमता भी बढ़ जाएगी. अभी वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में प्रतिदिन 131 एमजीडी पानी को शोधित किया जाता है. वहीं अब ये बढ़ कर 161 एमजीडी हो जाएगा.
रोबोटिक तकनीक से गुणवत्ता की जांच
वहीं सोमनाथ भारती ने लैब का दौरा कर कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के लैब में पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए आधुनिकतम तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. दिल्ली जल बोर्ड की लैब में पानी की गुणवत्ता की जांच करने के लिए ज्यादातर ऑटोमेटिक मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. मशीनों के अलावा लैब में पानी की गुणवत्ता की जांच करने वाली विश्व की सर्वश्रेष्ठ तकनीकों में से एक रोबोटिक तकनीक से भी पानी की गुणवत्ता की जांच की जाती हैं. जिसके नतीजे बेहद सटीक होते हैं.