Delhi News: हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद की यात्रा के दौरान भड़की हिंसा में छह व्यक्तियों की मौत हो चुकी है और लगभग 100 घायल हुए. साथ ही सैकड़ों गाड़ियां जलाई गई. हिंसा के बाद से ही यहां कर्फ्यू और धारा 144 लागू है. इस बीच दिल्ली में स्थित कालकाजी मंदिर के मठाधीश सुरेंद्र नाथ ने कहा कि, जिस तरीके से सनातन धर्म पर लगातार सोची समझी साजिश के तहत हमला हो रहा है. इनको लगता है अगर हम चुप बैठेंगे तो ऐसा बिल्कुल नहीं है.
6 महीने पहले मांगी थी परमिशन
सरकार के साथ-साथ हम सबको सनातन धर्म को सभी हिंदुओं को एक मंच के तले आकर अपने धर्म की रक्षा करनी होगी. हम सबको एक दूसरे के लिए खड़ा होना होगा. नूंह में जिस तरीके से इन लोगों ने सोच-समझकर हमला किया, छह महीने पहले हमने प्रशासन से शिव यात्रा की परमिशन मांगी थी और उनके दिए मार्ग पर यह शिव यात्रा निकाल रहे थे, लेकिन सोच समझकर मासूम भीड़ पर पथराव किया गया, गाड़ियां जलाई गई. जिसमें पांच लोगों की तत्काल प्रभाव से मौत हो गई.
'सोची समझी साजिश के तहत हिंसा'
उन्होंने आगे कहा कि, यह कोई उत्पाद नहीं बल्कि सोची समझी साजिश के तहत हुआ है. शायद ये लोग यह भूल गए कि, हम जो झंडा लेकर निकलते हैं उस झंडे के नीचे डंडा है और हमारे सभी देवी-देवता अस्त्र-शस्त्र के साथ बैठे हैं, तो अगर यह नहीं समझे तो हमें अपनी सुरक्षा करना आता है. बता दें कि, 31 जुलाई की हिंसा के बाद इंटरनेट सेवा जिले में बंद की गई थी, जो चार अगस्त तक थी. इसे 8 अगस्त बढ़ा दिया गया था. बाद में जिला प्रशासन की ओर से निर्णय लिया गया था कि 11 अगस्त को पूरे जिले में इंटरनेट सेवाएं बाधित रहेंगी.
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