Delhi Kanjhawala Accident Case: कंझावला कांड के चश्मदीद ट्रक ड्राइवर अमित यादव ने कहा कि मुझे दूर-दूर तक पुलिस नहीं दिखाई दी. इसके साथ ही तब मुझे हादसे जैसा कुछ नहीं दिखा. चश्मदीद ट्रक ड्राइवर अमित यादव ने कहा कि 7 बार में मेरे ट्रक को ओवरटेक किया गया और तब मैंने गाड़ी में बॉडी को फंसा हुआ देखा था. इसके साथ ही ड्राइवर ने दावा किया कि मुझे दूर-दूर तक पुलिस नहीं दिखाई दी. ट्रक ड्राइवर चश्मदीद अमित यादव ने कहा कि मैं उस रात करीब दो बजे मंगोलपुरी से निकला था.


चश्मदीद ने कहा कि एक गाड़ी मेरे ट्रक के आगे से निकाली तो मुझे पहली नजर में लगा कि उसके नीचे कोई कुत्ता फंसा हुआ है. उसके बाद जब गाड़ी आगे निकली और फिर से गाड़ी वापस आई तो फिर मेरी नजर फिर उस पर गई  तो मुझे लकड़ी की बॉड़ी दिखाई दी. इस हादसे को देख मेरी रूह कांप गई, उस कार के अंदर पांच लोग थे. चश्मदीद ने कहा कि बेगमपुर लाइट पर इस गाड़ी ने मुझे पहली बार ओवरटेक किया. इसे देख मैंने गाड़ी भगाई फिर सामने मुझे वह गाड़ी दिखी. इस घटना के बाद मैंने अपने घर भाई और बहन को फोन किया. चश्मदीद ने कहा कि यह हादसा नहीं है यह साजिश है. उन लोगों ने लड़की के साथ कुछ किया है.



आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेजा


इससे पहले इस घटना को लेकर हादसे की पीड़िता अंजिल की दोस्त निधि ने कहा कि टक्कर के बाद उसकी दोस्त अंजलि कार के नीचे फंस गई और उसके साथ घिसटती रही. वहीं कार में बैठे लोगों ने ना तो वाहन की गति धीमी की और न हीं युवती को बचाने का कोई प्रयास किया.अंजली की सहेली ने कहा कि वह बहुज ज्यादा डर गयी थी और उसे लगा कि सभी उसे दोषी मानेंगे, इसलिए उसने किसी को दुर्घटना के बारे में नहीं बताया. वहीं इस घटना में कार में कथित रूप से मौजूद पांच लोगों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या सहित तमाम अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. इसके अलावा सभी पांच आरोपियों को सोमवार को तीन दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.


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