Delhi Kanjhawala Case: दिल्ली के कंझावला मामले में मृतका अंजलि की मां ने कहा है कि दिल्ली सरकार (Delhi government) ने उनके इलाज और बच्चों की एजुकेशन के जो वादे किए थे उसे पूरा नहीं किया है. हमने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) से मिलने के लिए ईमेल किया था, लेकिन कल जब हम मिलने के लिए पहुंचे तो वे हमसे नहीं मिले. उन्होंने 26 जनवरी के बाद आने के लिए कहा है. बता दें कि इस वारदात से राजधानी समेत पूरा देश हिल गया था. घटना दिल्ली के सुल्तानपुरी की है.


क्या थी कंझावला की घटना
नए साल के पहले दिन अंजलि अपनी दोस्त निधि के साथ थी. उस दिन सुबह-सुबह अंजलि की स्कूटी को कार ने टक्कर मार दी थी और वो कार में फंस गयी थी. इसके बाद आरोपी उसे लगभग 12 किलोमीटर तक सुल्तानपुरी से कंझावला तक सड़कों पर घसीटते रहे जिससे उसकी मौत हो गयी थी. इस मामले में सात आरोपी गिरफ्तार किए गए थे, जिसमें एक को कोर्ट ने जमानत दे दी थी.


अंजली के मामा ने क्या कहा
अंजली के मामा प्रेम ने कहा कि, 10 लाख रुपए में कुछ नहीं होता 1 करोड़ रुपए मिलने चाहिए, नाटक नौकरी दी है जो कि आज 20-22 दिन हो गए हैं, कितने पैसे दिए हैं, उससे तो इनका इलाज ही हो पाएगा. हफ्ते की दवाई 5-7 हजार रुपये में आती है. हमने सीएम से मिलने के लिए ईमेल किया था जिसके बाद उनके दो विधायक हमारे पास अपनी टीम के साथ आए थे और उन्होंने कहा था कि 26 जनवरी के बाद सीएम आपसे मिलेंगे. कल जब हम गए थे तो वह नहीं मिले, अब हम 26 जनवरी के बाद जाएंगे.


आरोपियों को फांसी की मांग
बता दें कि इससे पहले अंजली की मां ने आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग की थी. इस केस में ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था जिसपर अंजलि  की मां ने कहा था कि, ''वो पुलिस के सस्पेंड होने से संतुष्ट हैं, लेकिन उन्हें फांसी की सजा होनी चाहिए. हमें सरकार की ओर से आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए.'' वहीं अंजलि की नानी ने कहा था कि उसके साथ आखिरी समय में स्कूटी पर मौजूद निधि को भी फांसी होनी चाहिए.  


Delhi: छावला में ड्यूटी के दौरान हेड कॉन्स्टेबल को बदमाश ने मारा चाकू, हालत गंभीर, ICU में भर्ती