दिल्ली में कोरोना महामारी के बाद दो शैक्षणिक सत्रों की पढ़ाई बाधित हुई थी. अब ऑनलाइन क्लासेस के बाद से दिल्ली के स्कूल 1 अप्रैल 2022 से ऑफलाइन क्लास के लिए खुल जाएंगे. कोरोना का ध्यान रखते हुए डीडीएमए और शिक्षा निदेशालय के आदेशों के अनुसार दिल्ली के स्कूलों में हर समय मास्क अनिवार्य हैं. वहीं इस मास्क को लेकर बच्चों के परिजनों ने एलजी को लेटर लिख 5-11 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए मास्क के उपयोग को वैकल्पिक करने की मांग की है.
दिल्ली के स्कूलों में मास्क की वैकल्पिक मांग को लेकर माता-पिता द्वारा change.org पर एक ऑनलाइन याचिका डाली गई है. जिसमें बताया गया है कि मास्क गर्मियों के दौरान बच्चों की विकास संबंधी जरूरतों और स्वच्छता में हस्तक्षेप करेंगे. जिन बच्चों की उम्र छह वर्ष है उनके परिजनों का कहना है कि मार्च 2020 में मास्क समझ में आया क्योंकि कोविड एक खतरनाक बीमारी थी. हालांकि अब दो साल बाद बीमारी कम है और हम ये भी जानते हैं कि स्कूल जाने वाले बच्चों में वयस्कों की तुलना में बहुत कम संक्रमण का खतरा होता है.
क्योंकि लगातार मास्क लगाना बच्चों के विकास की जरूरतों के लिए हानिकारक हो सकता है. इतना ही नहीं इन परिजनों ने कहा कि चेहरे के संकेतों के बिना छोटे बच्चे अधिर विकसित नहीं हो सकते हैं. गर्मी में मास्क के बैक्टीरिया और फंगस से भी बच्चों को बीमारी लग सकती है. कई देशों में अब बच्चों को मास्क पहनने की आवश्यकता नहीं है. विशेषज्ञों ने मास्क जनादेश को उठाने की सिफारिश की है. ज्यादातर बच्चे कपड़े का मास्क पहन रहे हैं जिसे सीडीसी ने बेकार बताया है.