Delhi News: सीवर लाइन निर्माण और सफाई सहित अन्य निर्माण कार्यों के दौरान श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर देश की अदालतों द्वारा समय-समय पर संबंधित सरकारों और ठेकेदारों को नोटिस जारी किए जाते हैं. इसके बावजूद श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर सरकारी और गैर सकरारी एजेंसियां पूरी तरह से लापरवाह बनी हुई हैं. इसी लापरवाही का नायाब उदाहरण दिल्ली शकूर बस्ती इलाके से सामने आया है. इस मामले में पश्चिमी दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस में सीवर लाइन की खुदाई के दौरान मिट्टी का एक हिस्सा धंसने से एक मजदूर की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए. गंभीर रूप से घायल दो मजदूरों का अस्पताल में उपचार जारी है.
दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार शाम को जिस समय यह घटना हुई उस समय मजदूर शकूर बस्ती के पास दिल्ली जल बोर्ड की एक साइट पर काम कर रहे थे. घटना के बाद तीनों को मलबे से बाहर निकाला गया. तीनों को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया. अस्पताल के चिकित्सकों ने उनमें से एक को मृत घोषित कर दिया. उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान रोहित के रूप में हुई है.
ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज
अधिकारियों के मुताबिक मृतक और घायल मजदूर 5 से 6 फीट गहरे गड्ढे में सीवर लाइन जोड़ रहे थे. इसी दौरान गड्ढे के किनारे जमा मिट्टी की श्रमिकों पर गिर गई. तीनों को जेसीबी की मदद से सीवर के मेनहोल से निकाला गया. इनमें से एक मजदूर की मौत हो गई. मामला प्रकाश के आने के बाद नेताजी सुभाष प्लेस थाना पुलिस ने ठेकेदार व अन्य के खिलाफ लापरवाही सहित अन्य मामलों में केस दर्ज किया है.
DJB के अधिकारियों ने साधी चुप्पी
बता दें कि यह हादसा 24 अक्टूबर 2024 को पश्चिमी दिल्ली के शकूरपुर क्षेत्र के आई और एच ब्लॉक के बीच सीवर लाइन डालने के लिए जेसीबी से मिट्टी खोदाई के बाद लाइन डाली जा रही थी. इसी क्रम में 5 से छह फीट गहरे गड्ढे में उतरकर रोहित और उसका साथी पाइप लाइन जोड़ने का काम कर रहे थे. अचानक मिट्टी धंसने से दर्दनाक हादसा हुआ. दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों अभी तक इस मामले में तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.