Delhi Lane Driving Rules: दिल्ली में लाइन पर आ रहीं बसें, दो दिनों में 23 चालकों के काटे गए चालान
Lane Driving Rule: दिल्ली में डीटीसी और कलस्टर बसों के लिए लेन ड्राइविंग का नियम सख्ती से लागू किया जा रहा है. अभियान के दो दिनों में कुल 23 बस चालकों के चालान काटे गए.
Lane Driving In Delhi: 1 अप्रैल से दिल्ली की सड़कों पर हुए बड़े बदलाव के अब बाद धीरे-धीरे दिल्ली में सभी बसें लाइन पर आ रही हैं. यानी दिल्ली की सड़कों पर डीटीसी और क्लस्टर बसें सड़क की दाहिनी ओर अपनी लाइन में ही चल रही हैं. हालांकि शुरुआती दो दिनों में बसों को लाइन पर चलने और बसों की लाइन में अन्य वाहनों के आने से कई समस्याएं भी देखने को मिलीं. पिछले 2 दिनों की बात करें तो लेन ड्राइविंग का नियम उल्लंघन करने पर कई बस चालकों का चालान भी काटा गया.
ड्राइवरों से बस लाइन में नहीं चलाने पर वसूला जा रहा जुर्माना
दिल्ली परिवहन विभाग के मुताबिक बसों को लाइन में नहीं चलाने पर ड्राइवरों से 10000 रुपए का जुर्माना वसूला जा रहा है. पहली बार में जुर्माने की राशि 5000 की होगी और दूसरी बार में 10000 रुपए देना पड़ सकता है. ड्राइवर का बस लेन के बाहर चलाने पर लाइसेंस और परमिट भी रद्द किया जा सकता है. परिवहन विभाग काफी सख्ती से दिल्ली की सड़कों पर लेन ड्राइविंग नियम लागू करवा रहा है. तयशुदा ड्राइविंग लेन में बस नहीं चलाने पर ड्राइवरों के चालान भी काटे जा रहे हैं.
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अभियान के दो दिनों में 23 बस ड्राइवरों के काटे गए चालान
अभियान के पहले दिन लेन में नहीं चलाने पर 7 डीटीसी और कलस्टर बस ड्राइवरों के चालान काटे गए. अभियान के दूसरे दिन लेन का पालन नहीं करनेवाले 9 डीटीसी और 7 क्लस्टर बसों के ड्राइवरों पर जुर्माना लगाया गया. कुल मिलाकर 2 दिन में 23 बस चालकों के चालान काटे गए. अभियान के दौरान बस ड्राइवरों को कई परेशानियां भी आ रही हैं. बस लाइन में अन्य वाहन के पार्क करने से लाइनें रुक जाती हैं. डीटीसी की बस चलाने वाले रघुवीर ने एबीपी न्यूज को बताया कि बदरपुर से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक पहुंचने में पहले करीब 1 घंटे का समय लगता था लेकिन अब 1:30 से 2 घंटे लग रहा है.
हालांकि लेन में गाड़ियां चलाने से धीरे-धीरे व्यवस्था ठीक हो सकती है. लेन ड्राइविंग नियम का ठीक तरीके से पालन कराने के लिए परिवहन विभाग ने अलग-अलग रूट पर कई टीमें तैनात की हैं. टीम सुनिश्चित कर रही है कि बस की लेन में किसी अन्य वाहन को खड़ा ना होने दिया जाए और ऐसा करनेवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. सड़क पर ट्रैफिक की समस्या दूर करने के लिए परिवहन विभाग ने करीब 140 टीमें अलग-अलग जगहों पर तैनात की हैं.