Industrial Area In Kanjhawala: दिल्ली सरकार (Delhi Government) कंझावला में 920 एकड़ भूमि में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करेगी. उपराज्यपाल विनय सक्सेना (Vinai Saxena) ने राष्ट्रीय राजधानी में औद्योगिक बुनियादी ढांचे के विस्तार और अवैध औद्योगिक इकाइयों को गैर-औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने से रोकने के लिए सरकार के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. यह दिल्ली के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्रों में से एक होगा.


इससे दिल्ली में औद्योगिक बुनियादी ढांचे को मजबूती मिलेगी. दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के पास औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की जिम्मेदारी होगी. एलजी ने कंझावला के अलावा बापरोला गांव में अतिरिक्त 300 एकड़ भूमि को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित करने का भी मार्ग प्रशस्त किया है.


भूमि का उपयोग बदलने के निर्देश


एलजी विनय सक्सेना ने दिल्ली सरकार के उद्योग विभाग को डीडीए के परामर्श से बापरोला में उपलब्ध भूमि के उपयोग को औद्योगिक क्षेत्र में बदलने का निर्देश दिया है. बापरोला में 300 एकड़ भूमि में से डीएसआईआईडीसी के पास 137.63 एकड़ भूमि है, जिसमें से मात्र 55.20 एकड़ का भूमि उपयोग औद्योगिक क्षेत्र के रूप में है, इसलिए शेष 82.43 एकड़ भूमि के उपयोग को बदलने और ड्राफ्ट मास्टर प्लान-2021 में डीडीए की ओर से औद्योगिक क्षेत्र के रूप में अधिसूचित करने की जरूरत है.


10 लाख से अधिक नौकरियों का होगा सृजन


औद्योगिक विकास के लिए कंझावला और बापरोला राष्ट्रीय राजधानी में संयुक्त रूप से 1220 एकड़ भूमि प्रदान करेंगे. यहां पर सूचना प्रौद्योगिकी और उससे संबंधित इकाइयां, खाद्य प्रसंस्करण, मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक्स, दूरसंचार, कपड़ा, बिजली के सामान और उपकरण, ऑटोमोबाइल, फर्नीचर और मशीनरी आदि से संबंधित इकाइयां संचालित हो सकेंगी. इन दोनों औद्योगिक क्षेत्रों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 10 लाख से अधिक नौकरियों का सृजन होगा. फिलहाल दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को एलजी से मंजूरी मिल गई है.


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