Delhi News: दिल्ली LG ने MAMC के दिक्षांत समारोह में छात्रों को प्रदान की डिग्री, मेडिकल रिसर्च पर दिया जोर
MAMC Convocation: एलजी ने 2020 में उत्तीर्ण हुए 236 एमबीबीएस छात्रों और पिछले साल अपना पाठ्यक्रम पूरा करने वाले 248 छात्रों को डिग्री प्रदान की. उन्होंने छात्रों से मेडिकल में रिसर्च करने को भी कहा.
Delhi News: दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना (V K Saxena) ने गुरुवार मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (MAMC) के दीक्षांत समारोह में एमबीबीएस और पोस्ट ग्रेजुएट के छात्रों को डिग्री प्रदान की. इस दौरान मानव विकास के लिए बुनियादी अनुसंधान (Research) के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षण और प्रशिक्षण के साथ-साथ अनुसंधान (रिसर्च) को प्रोत्साहित करना किसी भी श्रेष्ठ चिकित्सा संस्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य होना चाहिए. इस समारोह में 2020 में उत्तीर्ण हुए लगभग 236 एमबीबीएस छात्रों और पिछले साल अपना कोर्स पूरा करने वाले 248 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई. समारोह में 2020 और 2021 बैच के कुल 356 पोस्टग्रेजुएट छात्रों को भी डिग्री प्रदान की गई.
अपनी सीमाओं को बढ़ाना देश के डॉक्टरों की जिम्मेदारी
एलजी ने कहा कि एक ऐसा देश जो अभी भी गरीबी और बीमारी से जूझ रहा है, ऐसे देश में डॉक्टरों और चिकित्सकों को अपनी सीमाओं को बढ़ाने की एक अतिरिक्त जिम्मेदारी है. सक्सेना ने आगे कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि इस अनुभव से आपने बहुत कुछ सीखा होगा जिससे आप अभ्यास और रिसर्च के दौरान आपके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकेंगे. उन्होंने छात्रों से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आप न केवल एक बेहतर और दयालु डॉक्टर बनकर यहां से निकल रहे हैं बल्कि आप एक बेहतर इंसान बनकर भी यहां से जा रहे हैं. ऐसा करने के लिए पेशेवर और व्यावसायिक विचारों को परे रखकर एक शुद्ध शोध करना सबसे जरूरी शर्त है.
चिकित्सा क्षेत्र में रिसर्च को बताया सबसे जरूरी
प्रशिक्षण प्रक्रिया के दौरान अनुसंधान के महत्व पर जोर देते हुए सक्सेना ने कहा कि शोध किसी भी एकेडमिक संस्थान की उत्कृष्टता का सबसे महत्वपूर्ण बेंचमार्क होना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिक्षण और प्रशिक्षण के साथ-साथ अनुसंधान (रिसर्च) को प्रोत्साहित करना किसी भी श्रेष्ठ चिकित्सा संस्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य होना चाहिए. उपराज्यपाल ने इस बात पर भी जोर दिया कि कोरोना महामारी के दौरान के अनुभव ने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में एक मेडिकल संस्थान की भूमिका के महत्व पर प्रकाश डाला है, जो पहले कभी नहीं हुआ था.
अच्छा डॉक्टर होने के साथ एक अच्छा इंसान होना जरूरी
उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर सिर्फ किसी का इलाज कर सकता है, लेकिन एक अच्छा इंसान किसी को भी ठीक कर सकता है. वे उस रोगी के दर्द और मानसिक पीड़ा को दूर कर सकते हैं जिसका वे इलाज करेंगे. एलजी ने कहा कि कोरोना की वजह से एमएएमसी के वार्षिक दिवस का आयोजन एक साल के लंबे अंतराल के बाद किया गया है. कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार भी मौजूद रहे.
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