दिल्ली के सरकारी अस्पतालों को मिलेंगे 232 नए डॉक्टर, एलजी सक्सेना ने तैनाती की दी मंजूरी
Delhi News: दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना ने पिछले दिनों विभिन्न विभागों में नई भर्ती को लेकर नियुक्ति पत्र बांटा था. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में भी नियुक्ति पत्र बांटा था.
Delhi News: दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली सरकार के विभिन्न अस्पतालों में रिक्त पदों के अनुसार 232 जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर (GDMO-Doctors) की तैनाती को मंजूरी दे दी. इन डॉक्टरों की नियुक्ति UPSC से की गई थी. ग्रुप 'ए' अधिकारियों के रूप में नियुक्त इन अधिकारियों की पोस्टिंग NCSSA के माध्यम से की गई है.
इन डॉक्टरों को लोक नायक, राजा हरीश चंद्र, लाल बहादुर शास्त्री, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों और विभिन्न CDMO कार्यालयों में तैनात किया जाएगा. इन नियुक्तियों से स्थायी डॉक्टरों की नियुक्ति में पिछले कई वर्षों से हो रही देरी से राहत मिलेगी.
उपराज्यपाल ने बांटा नियुक्ति पत्र
एलजी सक्सेना ने 22 नवंबर को 702 सरकारी कर्मचारियों को नियुक्त पत्र दिया था जिसमें 232 स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से जुड़ी भर्तियां भी थीं. 200 शिक्षा विभाग, 199 प्लानिंग और अन्य एजेंसियों से जुड़ी नियुक्तियां थीं. एलजी सक्सेना ने कहा कि बीते दो साल में डीएसएसएसबी के अंतर्गत 22 हजार नियुक्तियां की गई हैं. यह उसके पहले के 10 सालों में हुई भर्तियों से ज्यादा है.
उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाते हुए, डीएसएसएसबी और यूपीएससी को अन्य 20,000 लंबित सरकारी रिक्तियों को जल्द से जल्द भरने के लिए कहा गया है. हम सरकारी नौकरियों में सभी आरक्षण मानदंडों को पूरा करते हुए स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से योग्य उम्मीदवारों के लिए अवसर पैदा करने के पीएम मोदी के आह्वान के प्रति कृतसंकल्प हैं.
दिल्ली के अलावा दूसरे राज्यों को भी होगा लाभ
राजधानी दिल्ली में देशभर से मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं. ऐसे में ये नियुक्तियां स्वास्थ्य सेवा को और बेहतर बनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है. पिछले दिनों इन भर्तियों को लेकर सीएम आतिशी ने कहा था कि दिल्ली के अस्पतालों में मिल रही सुविधाओं का फायदा सिर्फ यहां के लोगों को ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों को भी मिल रहा है.
ये भी पढ़ें- Delhi Election 2025: 'बीजेपी समझ चुकी है वो दिल्ली में...', देवेंद्र यादव का बड़ा बयान