दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सोमवार को दिल्ली नगर निगम के हिंदूराव अस्पताल में ई-संजीवनी सेवा का शुभारंभ किया. इस मौके पर दिल्ली नगर निगम के विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार जी मौजूद रहे जिन्होंने बताया कि ई-संजीवनी सेवा अस्पताल में मरीजों के लिए एक ऑनलाइन ओपीडी की सेवा प्रदान करेगी. भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से टेलीकंसल्टेंट सेवाओं की तरह इस परियोजना को लाया गया है.


निगम के विशेष अधिकारी ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान मरीजों के लिए ऑनलाइन ओपीडी और टेली कंसलटेंट एक विकल्प के रूप में उभर कर सामने आया. जिससे दिल्ली नगर निगम को एक अवसर मिला और इसी कड़ी में एमसीडी अपने सभी दफ्तरों पेपरलेस बनाने को लेकर काम कर रही है. इसी कड़ी में हिंदू राव अस्पताल में ई-संजीवनी ओपीडी सेवाएं शुरू की गई हैं जिसका शुभारंभ दिल्ली के उपराज्यपाल ने सोमवार को किया.


मरीजों को 24 घंटे ई-संजीवनी ओपीडी की मिलेंगी सेवाएं


दिल्ली नगर निगम देश का पहला ऐसा  निगम होगा, जो 24 घंटे ई-संजीवनी ओपीडी सेवाएं प्रदान करेगा. उन्होंने कहा कि यह सेवा संजीवनी ओपीडी नामक ऐप के माध्यम से मरीज और डॉक्टर के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जरिए दी जायंगी, यह सेवा गूगल प्ले स्टोर और ऐप्पल ऐप स्टोर पर भी उपलब्ध है. एमसीडी अधिकारी ने कहा कि यह ई-संजीवनी सेवा डॉक्टरों के लिए रोगी के व्यापक डिजिटल डेटा तक पहुंच होगी और मरीजों को त्वरित और समय पर इलाज मिलेगा.



इस मौके पर दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार, दिल्ली नगर निगम के विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार और दिल्ली नगर निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती, उपराज्यपाल की सचिव समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान उपराज्यपाल ने  कहा कि ये उनके लिए सौभाग्य कि बात है कि आज दिल्ली के हैरीटेज हिन्दुराव अस्पताल में इस ई- संजीवनी सेवा का शुभारंभ किया गया है, मैं आशा करता हूँ कि आने वाले समय में मैं दिल्ली के नागरिकों के लिए एक संजीवनी कि तरह कार्य करूँगा. जब कोरोना महामारी से हमारा देश घिरा हुआ था तब हिन्दुराव अस्पताल ने नागरिकों के लिए सराहनीय कार्य किया था.


देश में 3.50 करोड़ नागरिक ई-संजीवनी सेवा ले चुके हैं


इसके साथ ही उन्होंने बताया कि दिल्ली नगर निगम के अस्पतालों और विद्यालयों को ज्यादा से ज्यादा फंड उपलब्ध हो इसके पूरे प्रयास किए जाएंगे, ताकि इन्हें विश्व स्तरीय बनाया जा सके. इसके अलावा दिल्ली के मुख्य सचिव दिल्ली नरेश कुमार ने बताया कि ई-संजीवनी एक मूक क्रांति हैं, जिससे एक बहुत बड़ा बदलाव आएगा. उन्होंने बताया कि ई-संजीवनी सेवा एक संजीवनी के रूप में उभर कर आ रही है. अभी तक देश में 3.50 करोड़ नागरिक ई-संजीवनी सेवा का लाभ प्राप्त कर चुके हैं और लगभग दो लाख नागरिक प्रतिदिन इस सेवा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि तत्काल परामर्श के लिए ई संजीवनी सेवा बहुत ही लाभदायक है.


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हिंदू राव अस्पताल है 980 बिस्तरों वाला मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल 


दिल्ली नगर निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती ने कहा कि हिंदू राव अस्पताल 980 बिस्तरों वाला मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल है. यह 1911 में 16 बिस्तरों वाले छोटे नर्सिंग होम से अपने वर्तमान स्वरूप में विकसित हुआ है. हम दिल्ली के नागरिकों को अधिकतम सेवाएं प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं. कोविड महामारी के दौरान हमारे डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ ने मरीजों को दिन-रात अपनी सेवाएं प्रदान करके सराहनीय कार्य किया है, उन्होंने बताया कि इस योजना का उद्देश्य मरीजों को विशेष स्वास्थ्य देखभाल परामर्श प्रदान करना है. यह योजना मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सेवा और विशेषज्ञों के बीच संचार की सुविधा प्रदान करेगी.


इस सुविधा के माध्यम से रोगी घर बैठे चिकित्सा सलाह प्राप्त करने में सक्षम होंगे, मरीजों को विशेष स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच उपलब्ध होगी. बिना रेफरल के विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह मिलेगी. इस ई-संजीवनी सेवा से मरीजों को बार-बार अस्पताल जाने की जरूरत नहीं होगी. यह सेवा लंबी बीमारी से ग्रस्त रोगियों और पेंशनभोगियों के लिए भी फायदेमंद होगी, यह सेवा सुलभ स्वास्थ्य शिक्षा को बढ़ावा देगी. इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि यह ई-संजीवनी सेवा अनावश्यक अस्पताल यात्रा को कम करने, शारीरिक ओपीडी में भीड़ को कम करने और सेवा के दायरे में वृद्धि करने में मदद करेगी.


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