Delhi Air Pollution: दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के अधिकारियों से सात से 10 दिनों के अदर ‘धूल मुक्त दिल्ली’ (Dust Free Delhi) अभियान शुरू करने का निर्देश दिया. उन्होंने एमसीडी, पीडब्ल्यूडी, एनडीएमसी, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग और दिल्ली जल बोर्ड सहित सभी संबंद्ध सरकारी एजेंसियों को सर्दियों के मौसम से पहले ही यह कदम उठाने को कहा गया है. एलजी के आदेश को आम आदमी पार्टी (आप) ने 'श्रेय लेने की रणनीति' करार दिया है.
दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एलजी के आदेश पर कहा कि इस मसले पर एक सर्व-विभागीय बैठक बुलाई गई थी, लेकिन मुख्य सचिव की अनुपलब्धता के कारण यह नहीं हो सकी.
'सड़क की धूल सबसे बड़ी चुनौती'
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक एलजी ने कहा कि सर्दी शुरू होने से पहले वायु प्रदूषण को लेकर अभियान चलाने से दिल्ली के लोगों को इससे होने वाली परेशानी से राहत मिलेगी. दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना की ओर से सोमवार को जारी बयान में कहा कि सड़क की धूल से होने वाला प्रदूषण वायु प्रदूषण में सबसे बड़ा योगदानकर्ता है. बारिश रुकने के साथ ही सड़कों पर सूखी मिट्टी या गाद भी वायु प्रदूषण का कारण बन रही हैं.
'आपसी तालमेल से सभी एजेंसियां करें काम'
एलजी ने सड़क स्वामित्व वाली एजेंसियों मुख्य रूप से एमसीडी और पीडब्ल्यूडी को सलाह दी है कि वे सड़कों से धूल साफ करें, उसे जमने न दें और उसे निर्धारित डंपिंग स्थलों पर ले जाएं. एमसीडी, आईएफसीडी और डीजेबी के अधिकारियों को आपसी तालमेल से गाद या कीचड़ को शहर से बाहर ले जाने को कहा है.
उन्होंने कहा कि इससे राजधानी में वायु प्रदूषण को कम करने और अक्टूबर में जलभराव को रोकने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि अगर बारिश फिर से होती है तो गीली मिट्टी या गाद को नालियों और सीवर लाइनों को जाम होने से बचाने के लिए लगातार हटाना होगा.
बता दें कि दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना ने शुक्रवार (20 सितंबर) को वायु प्रदूषण को लेकर एक बैठक में अधिकारियों से सात से 10 दिनों में ‘धूल मुक्त दिल्ली’ अभियान शुरू करने का निर्देश दिया.
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