दिल्ली की ऐतिहासिक गोल मार्केट में बनेगा अनूठा म्यूजियम, महिलाओं के योगदान पर होगा समर्पित
Delhi Gol Market: दिल्ली स्थित गोल मार्केट का मुख्य भवन एक ऐतिहासिक धरोहर है, जो समय के साथ धीरे-धीरे जर्जर हो गई. पिछले एक दशक से अधिक समय से बंद रहने के बाद इसे म्यूजियम में तब्दील किया जा रहा है.
Gol Market Museum: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मंगलवर (5 नंवबर0 को ऐतिहासिक गोल मार्केट के संरक्षण और पुनरुद्धार कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने मार्केट से सटी सड़कों को जोड़ने वाले सबवे और सर्विस ब्लॉक के निर्माण के साथ ही आस-पास के क्षेत्रों के जीर्णोद्धार का भी निरीक्षण किया. इस दौरान एनडीएमसी के चेयरमैन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपराज्यपाल के साथ उपस्थित थे.
गोल मार्केट के संरक्षण और पुनरुद्धार कार्यों की समीक्षा के दौरान उपराज्यपाल को बताया गया कि पुराने और जर्जर ढांचे की नींव को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. चूंकि, दिल्ली भूकंप संभावित क्षेत्र में स्थित है, इसलिए भवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नींव में स्टील की मजबूती प्रदान की जा रही है.
मुख्य भवन के आंगन, दीवारों और छत से झाड़ियां और बेलें को हटाया जा चुका है. पहली मंजिल तथा भूतल से मलबे की सफाई का काम भी पूरी हो गई है. मौजूदा ढांचे को सहारा देने के लिए मचान खड़ा किया गया है. पुरानी छत की चादरें भी हटा दी गई हैं.
इस दौरान अधिकारियों ने एलजी को यह जानकारी दी कि नींव और दीवारों को मजबूत करने का कार्य तेज गति से चल रहा है. भवन की बाहरी-आंतरिक वास्तुकला का स्वरूप उभरने लगा है.
उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने पुनरुद्धार कार्यों का जायजा लेने के बाद इसकी प्रगति पर संतोष व्यक्त किया. एजेंसी को निर्देश दिए कि पुराने ढांचे पर कार्य अत्यंत सावधानी और सतर्कता से किया जाए. ताकि मूल संरचना को कोई क्षति न पहुंचे. बिल्डिंग मजबूतीकरण का काम पूरा होने के बाद कार्य की गति को तेज किया जाएगा. दिल्ली के एलजी ने पुनर्स्थापन के दौरान ऐतिहासिक ढांचे की मौलिकता बनाए रखने पर भी जोर दिया.
इन महिलाओं के योगदान को किया जाएगा याद
उपराज्यपाल ने 21 अक्टूबर 2023 को गोल मार्केट के पुनर्विकास कार्यों की आधारशिला रखी थी. इस ऐतिहासिक संरचना का संरक्षण और पुनर्विकास एक अनूठे संग्रहालय के रूप में किया जा रहा है, जो विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाली भारतीय महिलाओं को समर्पित होगा. इस संग्रहालय में भारतीय महिलाओं के कला, साहित्य, संस्कृति, सामाजिक क्षेत्र, चिकित्सा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में योगदान और विशेषकर स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका को प्रदर्शित किया जाएगा.
म्यूजियम पर आएगा 21.66 करोड़ का खर्च
गोल मार्केट का मुख्य भवन एक ऐतिहासिक धरोहर संरचना है, जो समय के साथ धीरे-धीरे जर्जर हो गई और पिछले एक दशक से अधिक समय से बंद पड़ी थी. उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कार्यभार संभालते ही इस स्थल का दौरा किया और इसके जीर्णोद्धार करने का काम शुरू किया.
कई बैठकों के बाद यह निष्कर्ष निकाला कि इस ऐतिहासिक भवन को संरक्षित करने के लिए जीर्णोद्धार आवश्यक है. इस परियोजना के अंतर्गत 1407 वर्ग मीटर के मुख्य गोल मार्केट भवन का पुनर्स्थापन, पुनर्वास और संरक्षण शामिल है, जिसकी कुल लागत 21.66 करोड़ रुपये है.
उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने आशा व्यक्त की कि इस धरोहर स्थल का पुनर्जीवन इसे एक केंद्रीय आकर्षण का केंद्र बनाएगा, जहां आगंतुक इस ऐतिहासिक धरोहर का अनुभव ले सकेंगे. उन्होंने बताया कि परियोजना में आगंतुकों की सुविधा के लिए एक सबवे और एक समर्पित पार्किंग स्थल का निर्माण भी शामिल किया जाएगा.