Delhi Liquor Scam: कांग्रेस ने सीएम केजरीवाल से की इस्तीफे की मांग, बोली- शराब घोटाले में उनकी संलिप्तता की हो जांच
दिल्ली के शराब घोटाले में ईडी (ED) की चार्जशीट में सीएम अरंविद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का नाम आने के बाद बीजेपी और कांग्रेस उन पर हमावर हैं. कांग्रेस ने उनसे इस्तीफे की मांग की है.
Delhi Liquor Scam News: दिल्ली (Delhi) देश की राजधानी तो है ही, लेकिन लगातार राजनीतिक उठापठक और आरोप-प्रत्यारोप की वजह से राजनीतिक घटनाक्रमों की राजधानी भी बन गयी है. दिल्ली को सुशासन और बेहतर शिक्षा मॉडल देने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और उनकी आम आदमी पार्टी (AAP) लगातार भ्रष्टाचार और घोटाले को लेकर विपक्षी पार्टियों के निशाने पर बनी हुई है. कभी भारतीय जनता पार्टी (BJP) तो कभी कांग्रेस (Congress) किसी ना किसी मुद्दे को लेकर पार्टी और इसके मुखिया सीएम केजरीवाल पर हमलावर हो रहे हैं.
ईडी की चार्जशीट में शराब घोटाले में पहली बार मुख्यंत्री अरविंद केजरीवाल को आरोप बनाये जाने पर, बीजेपी ने आप के ऑफिस के बाहर घेराव कर उग्र प्रदार्शन करते हुए केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की थी. तो वहीं रविवार को दिल्ली कांग्रेस (Delhi Congress) ने भी शराब घोटाले (Liquer Scam) की जांच के लिए उन्हें हिरासत में लिए जाने की मांग कर दी. दिल्ली कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी (Anil Kumar Chowdhary) ने घोटाले में सीएम केजरीवाल का नाम सामने आने पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'कट्टर ईमानदारी का दावा करने वाले सीएम केजरीवाल खुद ही कट्टर भ्रष्टाचारी निकले. उन्होंने कहा अगर ईमानदार आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में जन लोकपाल का गठन कर देती तो अरविंद केजरीवाल सहित उनके कई मंत्री और विधायक सत्येंद्र जैन के साथ जेल में होते'
बाहर रहने पर मिटा सकते हैं सबूत- अनिल कुमार चौधरी
एबीपी न्यूज बात करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने शराब घोटाले में ईडी द्वारा सीएम केजरीवाल को आरोपी बनाए जाने के बाद, जांच के लिए उनकी गिरफ्तारी की मांग की है. उनका कहना है कि अगर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो, जिस तरह से उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई की चार्जशीट में आरोपी बनाए जाने के बाद भी कोर्ट में मामला पहुंचने पर उनका नाम आरोपियों की लिस्ट से बाहर हो गया था. उसी तरह सीएम केजरीवाल भी ऐसा कर सकते हैं और उनके बाहर रहने पर सबूतों को भी मिटाया जा सकता है. इसलिए सही जांच के लिए उनकी गिरफ्तारी आवश्यक है.
अनिल कुमार चौधरी बोले- नैतिकता के आधर पर सीएम को देना चाहिए इस्तीफा
उन्होंने कहा कि ईडी ने अपनी चार्जशीट में सीएम केजरीवाल पर शराब घोटाले में अन्य आरोपियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है. इस घोटाले में उपमुख्यमंत्री सिसोदिया और उनके करीबी विजय नायर भी आरोपी हैं. अनिल कुमार चौधरी ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके 3 मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत दिल्ली की जनता के सामने आ रहे हैं. अपने को कट्टर ईमानदार कहने वाले सीएम केजरीवाल का नाम शराब घोटाले में आने के बाद उन्हें नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीएम केजरीवाल के खिलाफ ईडी का दावा मनीष सिसोदिया के सचिव और डैनिक्स अधिकारी सी.अरविन्द के बयान पर आधारित है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जब पीएमएलए कोर्ट ने ईडी के आरोप पत्र पर सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करने की इजाजत दे दी है तब सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर के जांच होनी चाहिए.
जनलोकपाल लागू होता तो सीएम सहित कई होते जेल में- अनिल कुमार चौधरी
वहीं लोकपाल को दिल्ली में लागू नहीं किये जाने को लेकर भी कांग्रेस पार्टी ने आप पर निशाना साधा है. इसे लेकर चौधरी अनिक कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने एक साजिश के तहत जनलोकपाल का गठन नही किया क्योंकि वो खुद आम आदमी पार्टी के भ्रष्ट नेताओं के रक्षक और मास्टर माईंड के रुप में काम कर रहे हैं. अगर उन्होंने जनलोकपाल को लागू कर दिया होता तो आज उनके साथ उनके कई मंत्री और विधायक सत्येंद्र जैन के साथ सलाखों के पीछे होते.
बताया भ्रष्टाचारी पार्टी
स्पेशल कोर्ट में ईडी की चार्जशीट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ईडी ने स्पेशल कोर्ट में आरोपियों और उनके सहयोगियों द्वारा बड़े पैमाने पर सबूतों को मिटाने का आरोप लगाया है. मनीष सिसोदिया ने दर्जनों बार अपने फोन बदले हैं और दूसरे के नाम के सिम कार्ड इस्तेमाल किया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एक दशक पहले भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से पैदा हुई सीएम केजरीवाल की आम आदमी पार्टी खुद ही भ्रष्टाचार में डूबी हुई है.अब जनता के सामने उनकी ईमानदारी का असली चेहरा उजागर हो चुका है. आप और सीएम केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के पैसे की बदौलत दिल्ली और पंजाब की सत्ता हासिल की है. इतना ही नहीं दिल्ली का पैसा गोवा, गुजरात और उत्तराखंड के चुनावों भी इस्तेमाल किया है.