Delhi News: बारिश के बाद यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, रात तक इसके खतरे के निशान से ऊपर चले जाने की संभावना है, इसको देखते हुए मंगलवार शाम को लोहे के पुल को पूरी तरह बंद कर दिया गया. पुल पर रेल और रोड, दोनों तरह के ट्रैफिक की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गयी है. इसके चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
63 ट्रेनें हुई प्रभावित
उत्तर रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार शाम 4.17 बजे से लोहे के पुल से ट्रेनों की आवाजाही को अस्थाई रूप से रोक दिया गया. इसके चलते कुल 63 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई. लोहे के पुल से दिल्ली आने-जाने वाली 19 ट्रेनों को कैंसल करना पड़ा, जबकि 29 ट्रेनों को दूसरे रूट पर डायवर्ट किया गया, इसमें से ज्यादातर ट्रेनों को नई दिल्ली के रास्ते आनंद विहार होते हुए निकाला गया. वहीं 8 ट्रेनों को उनके गंतव्य से पहले ही रोकना पड़ा, 7 ट्रेनों को उनके वास्तविक स्थान के बजाय किसी अन्य स्टेशन से चलाया गया.
लोकल यात्रियों को रही ज्यादा परेशानी
लोकल ट्रेनों की आवाजाही सबसे ज्यादा प्रभावित हुई. मेमू, डेमू, ईएमयू जैसी ट्रेनों से नजदीकी इलाकों गाजियाबाद, मेरठ, साहिबाबाद, शामली, सहारनपुर, सोनीपत, पानीपत, पलवल, अलीगढ़ जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. जिन ट्रेनों को कैंसल किया गया उनमें दिल्ली-सहारनपुर मेमू, दिल्ली-सहारनपुर जनता एक्सप्रेस, दिल्ली-गाजियाबाद स्पेशल, दिल्ली-अलीगढ़ एक्सप्रेस, दिल्ली-शामली एक्सप्रेस, अलीगढ़-पुरानी दिल्ली स्पेशल और शामली-दिल्ली एक्सप्रेस शामिल हैं.
बुधवार को और बिगड़ सकते हैं हालात
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यदि नदी के जलस्तर में कमी नहीं आई तो बुधवार को और अधिक ट्रेनों के प्रभावित होने की संभावना है. पुल के दोनों तरफ बैरिकेड लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया है. इसके चलते यमुनापार से शास्त्री पार्क, गांधी नगर, कैलाश नगर और आसपास के अन्य इलाकों से सेंट्रल दिल्ली के यमुना बाजार की तरफ आने-जाने वाले लोगों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. पैदल, साइकिल सवार और रिक्शा चालकों को भी काफी परेशानी हुई. कुछ लोग बैरिकेड हटाकर पुल पार करते नजर आए, जिसके बाद पुल पर सुरक्षा बढ़ा दी गई. बढ़ते जलस्तर को देखने के लिए यमुना के पास जुटी भीड़ की वजह से भी ट्रैफिक प्रभावित हुआ.
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