'ये चाहते हैं कि इन्हें दिल्ली में घर मिल जाए', 15 मिनट Vs 15 सेकंड वाले बयान पर सपा नेता अनुराग भदौरिया का हमला
Lok Sabha Chunav 2024: अनुराग भदौरिया ने कहा कि अगर आपने समाज में काम किया होता और जनता की सेवा की होती, तो अपको इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता.
Lok Sabha Elections 2024: देश में इन दिनों लोकसभा चुनाव की चौथे चरण की वोटिंग से पहले एक बार फिर सियासी लड़ाई हेट स्पीच तक पहुंची गई है. अमरावती से बीजेपी उम्मीदवार नवनीत राणा (Navneet Rana) और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के '15 मिनट और 15 सेकेंड' वाले बयान से सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. इस बीच अब सपा नेता अनुराग भदौरिया ने दोनों नेताओं के बयान पर जमकर हमला बोला है.
अनुराग भदौरिया ने कहा कि 'एक तरफ कोई कह रहा है कि मुझे 15 मिनट दे दो, दूसरी तरफ कोई कह रहा है मुझे 15 सेकेंड दे दो. अरे ये कोई बिग बॉस का घर नहीं है, जो यहां इस तरह की डायलॉगबाजी चलेगी. अगर आपने समाज में काम किया होता और जनता की सेवा की होती, तो अपको इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता. आप अपने स्वार्थ के लिए जनता के भावनाओं से खेलना चाहते हो. सिर्फ लोकसभा का सदस्य बनने के लिए आप जनता के बीच नफरत फैला रहे हो.'
ख़ुद की एक लोक सभा सीट जीत कर अपना रुतबा बढ़ाने के लिए वीआईपी स्टेटस पाने के लिए।१५ मिनट और १५ सेकंड की बात कर रहे हैं इन लोगों को समाज और देश की जनता से कोई लेना देना नहीं है। ये सिर्फ़ अपने स्वार्थ के लिए जीते हैं।समाज और जनता के लिये कुछ किया होता तो शायद इसकी ज़रूरत नहीं… pic.twitter.com/qa5ZBc3rKI
— Dr Anurag bhadouria (@anuragspparty) May 11, 2024
'हमारा देश संविधान से चलता है'
उन्होंने आगे कहा कि 'हमारा देश संविधान, कानून और न्यायपालिका से चलता है, अगर आपको 15 मिनट, 15 सेकेंड की बात करनी थी, तो आप करते कि कैसे समाज में महिलाओं का सम्मान होगा, कैसे किसानों का सम्मान होगा. कैसे देश में मंगहाई खत्म होगी, कैसे यहां बेरोजगारी खत्म होगी. कैसे शिक्षा व्यवस्था मजबूत होगी, कैसे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. कैसे छात्रों को न्याय दिलाएंगे, कैसे युवा समाज के अंदर मजबूत होगा. आप इस तरह की बातें करते, तो समझ में भी आता.'
भदौरिया ने कहा कि 'इसका मतलब आप हिंदूस्तान की चिंता नहीं करते हैं, आप अपनी चिंता करते हैं. आप चाहते हो कि आप लोकसभा के सदस्य बन जाएं और आपको पार्लियामेंट से दिल्ली में एक घर मिल जाएगा. साथ ही सिक्योरिटी मिल जाएगी, हमारा रुतबा कायम हो जाएगा, हम वीआईपी कल्चर में आ जाएंगे. कमाल की बात कर रहे हो, सिर्फ अपने स्वार्थ की सोच रहे हो. जनता कैसे मजबूत हो इसके बारे में कुछ नहीं सोच रहे हो. मैं तो चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध करता हूं कि ऐसे जो लोग हैं, जो अपने स्वार्थ के लिए समाज के अंदर नफरत फैला रहे हैं उनका पर्चा खारिज कर दीजिए, क्योंकि ये लोग सिर्फ अपने बारे में सोच रहे हैं.'