Delhi Lok Sabha Election BJP Candidate List: लोकसभा 2024 के चुनाव के लिए मतदान का दौर शुरू हो चुका है और इसके पहले चरण का मतदान बीते 19 अप्रैल को संपन्न हुआ. देश भर में सात चरणों मे होने वाले इस बार के चुनाव में राजधानी दिल्ली में 25 मई को मतदान होना है, जिसके लिए बीजेपी और प्रतिद्वंदी इंडी गठबंधन की कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पूरे दम-खम के साथ चुनाव प्रचार में लगी हुई है.
25 मई को होने वाले मतदान के लिए 29 अप्रैल से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी जो 6 मई तक जारी रहेगी. बात करें उम्मीदवारों की तो कांग्रेस ने अपने तीन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करने में काफी समय लिया, जबकि आप ने गठबंधन के तहत अपने हिस्से की चार सीटों पर काफी पहले ही अपने चारों प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया था.
नये चेहरों को दिया है मौका
वहीं बीजेपी ने भी महीने भर पहले ही अपने सातों उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी थी. इस बार बीजेपी ने अपने 7 मे से छह सांसदों का टिकट काट कर नये चेहरों को मौका दिया है. नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले वर्तमान सांसद मनोज तिवारी एक मात्र उम्मीदवार हैं, जिन पर पार्टी ने भरोसा बनाये रखा है और वे तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. वहीं छह नए चेहरों में तीन पूर्व मेयरों को मौका दिया गया है.
पूर्व मेयर कमलजीत सहरावत को बीजेपी ने दिया टिकट
बात करें बीजेपी के उन तीन उम्मीदवारों की तो, बीजेपी ने इस बार 6 नए चेहरों में 3 पूर्व मेयरों पर दांव लगाया है, जो पहली बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं और ये तीनों ही सीट काफी अहम हैं. सबसे पहले बात करते हैं, वेस्ट दिल्ली सीट को जिसे काफी अहम माना जाता है, इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे और वर्तमान सांसद प्रवेश वर्मा लगातार दो बार जीत कर बीजेपी के सांसद बने.
इस दौरान उन्होंने रिकॉर्ड मत हासिल किया था. लेकिन इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया और 2017 में सबसे ज्यादा मतों से जीत कर पार्षद और साउथ दिल्ली से निर्विरोध मेयर बनने वाली कमलजीत सेहरावत को अपना उम्मीदवार बनाया है.
बीजेपी को कांटे की टक्कर मिलने की है संभावना
बीजेपी ने सेहरावत को टिकट दे कर एक तीर से दो निशाना साधने की कोशिश की है. महिला मतदाताओं को साधने के साथ बीजेपी ने प्रवेश वर्मा का टिकट काटे जाने से जाट समुदाय में होने वाली नाराजगी को भी सेहरावत को टिकट देकर खत्म कर दिया है.
हालांकि, यहां बीजेपी को कांटे की टक्कर मिलने की संभावना है, क्योंकि यहां से आप और कांग्रेस की तरफ से आप की टिकट पर पूर्वांचल के कद्दावर नेता महाबल मिश्रा चुनाव लड़ रहे हैं. पूर्व कांग्रेसी नेता रहे महाबल मिश्रा की क्षेत्र और पूर्वांचलियों के बीच गहरी पैठ मानी जाती है. हालांकि, 2009 में यहां से जीत कर सांसद रहे मिश्रा को बीते दो चुनावों में लगातार हार का सामना करना पड़ा था. वही, इस बार वे आप की टिकट पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
बीजेपी के पूर्व मेयर हर्ष मल्होत्रा दिखाएंगे अपना दम
वहीं ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट पर भी बीजेपी ने यहां के पूर्व मेयर हर्ष दीप मल्होत्रा को चुनावी मैदान में उतारा है. मल्होत्रा को पूर्व क्रिकेटर रहे सांसद गौतम गंभीर की जगह पार्टी ने यहां अपना उम्मीदवार बनाया है. मल्होत्रा अप्रैल 2015 से मई 2016 तक ईस्ट दिल्ली के मेयर रहे थे.
इसके अलावा वे प्रदेश बीजेपी में लगातार तीन बार महासचिव के पद की जिम्मेदारी निभाते आ रहे हैं. पार्टी ने क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता को देखते हुए उन पर दांव लगाया है. वहीं आप ने कांग्रेस के साथ गठबंधन के तहत कोंडली से आप के विधायक कुलदीप कुमार को यहां से उतारा है.
पूर्व मेयर योगेंद्र चंदोलिया को बीजेपी ने उतारा मैदान में
वहीं एससी के लिए आरक्षित नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट पर बीजेपी का सीधा मुकाबला इंडी गठबंधन के उम्मीदवार से है. यहां से 2014 में नॉर्थ दिल्ली के मेयर रह चुके योगेंद्र चंदोलिया को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है.
बीजेपी की टिकट पर 2014 में यहां से सांसद बने उदित राज इस बार इंडी गठबंधन के कांग्रेस-आप की तरफ से कांग्रेस की टिकट पर यहां से बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे हैं. यहां बीजेपी ने जहां स्थानीय नेता और पूर्व मेयर को टिकट दिया है तो वहीं उदित राज के बाहरी होने के कारण स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है.
इन तीनो सीट पर खास बात यह है कि, बीजेपी ने इन तीन सीटों पर पूर्व मेयरों पर अपना दांव लगाया है और पार्टी के दो उम्मीदवार पूर्व सांसदों के खिलाफ अपना पहला चुनाव लड़ने जा रहे हैं. अब देखना ये दिलचस्प होगा कि यहां पूर्व सांसद और गठबंधन के दल बाजी मारते हैं या फिर यहां नए चेहरों को मौका देकर मझधार में फंसी नजर आ रही बीजेपी की नैया पार लगती है.
मनोज तिवारी पर फिर से जताया भरोसा
बात करें बाकी चार सीटों की तो नार्थ ईस्ट लोकसभा सीट पर बीजेपी ने तीसरी बार भी सांसद मनोज तिवारी पर भरोसा बनाये रखा है, जबकि उनके सामने इंडी गठबंधन और कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में कन्हैया कुमार चुनाव लड़ने जा रहे हैं. हालांकि, स्थानीय नेता को टिकट न देकर बाहर से लाये गए कन्हैया कुमार को यहां का उम्मीदवार बनाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में साफ तौर पर नाराजगी नजर आ रही है. बता दे की इससे पहले 2019 में कन्हैया कुमार ने सीपीआई की टिकट पर बेगूसराय लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव लड़ा था, जिंसमें उन्हें बीजेपी के गिरिराज सिंह के हाथों हार का सामना करना पड़ा था.
चांदनी चौक में व्यापारी पर खेला दांव
वहीं, चांदनी चौक लोकसभा सीट से बीजेपी और इंडी गठबंधन की तरफ से कांग्रेस ने वैश्य कैंडिडेट को चुनावी मैदान में उतारा है. बीजेपी ने जहां व्यापारी प्रवीण खंडेलवाल को अपना नया चेहरा बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने जय प्रकाश अग्रवाल के माध्यम से वहां पर अपनी दावेदारी पेश की है.
नई दिल्ली सीट पर बीजेपी ने बांसुरी स्वराज को उतारा मैदान में
जबकि नई दिल्ली सीट पर बीजेपी की तरफ से पूर्व कद्दावर नेत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को चुनावी मैदान में उतारा गया है. वे अपना पहला चुनाव लड़ने जा रही हैं और काफी कम समय मे उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में अपनी जगह बना ली. वहीं इंडी गठबंधन की तरफ से सोमनाथ भारती आप के टिकट पर उनके सामने चुनौती पेश करेंगे. पेशे से वकालत करने वाले भारती मालवीय नगर से लगातार तीन बार से आप के विधायक हैं और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं. उनके काम की वजह से वे लोगों में काफी लोकप्रिय भी हैं.
साउथ दिल्ली में रामबीर दिखाएंगे अपनी वीरता
वहीं, साउथ दिल्ली से पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी का टिकट काट कर बीजेपी ने रामबीर सिंह बिधूड़ी को अपना उम्मीदवार बनाया है, आप के सहीराम पहलवान इंडी गठबंधन की तरफ से उन्हें इस सीट पर टक्कर देंगे. इससे पहले 2019 में यहां से बीजेपी के लिए रमेश बिधूड़ी ने जीत दर्ज की थी और आप के उम्मीदवार राघव चड्ढा को एक लाख से ज्यादा मतों से मात दी थी.
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