Delhi News: दिल्ली के शाहदरा इलाके से दिल्ली दहलाने वाली घटना सामने सामने आई है. इस घटना के बाद से क्षेत्र के लोग भी सकते में हैं. दरअसल, शाहदरा के ज्योति कॉलोनी निवासी एक 43 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी पत्नी, 13 वर्षीय बेटे और 6 साल की बेटी का गला काट दिया. इनमें से पत्नी और बेटी की मौत हो गई. बेटे की हालत गंभीर है. उसका इलाज अस्पताल में जारी है. सभी को हिलाकर रख देने वाली इस घटना को अंजाम देने से पहले आरोपी ने खुद भी फांसी के फंदे से लटकर जान दे दी. 


दिल्ली पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ज्योति कॉलोनी निवासी 43 वर्षीय व्यक्ति वित्तीय कठिनाइयों से जूझ रहा था. इस हादसे में मृतक की पहचान सुशील के रूप में हुई है. सुशील पूर्वी विनोद नगर डिपो में दिल्ली मेट्रो में एक रखरखाव पर्यवेक्षक है. उनकी 43 वर्षीय पत्नी अनुराधा भी एक गृहिणी थीं. घटना में जान गंवाने वाली किशोरी सरकारी स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ती थी. किशोरी कक्षा आठ की छात्रा थी. लड़का वर्तमान में जीटीबी अस्पताल में भर्ती है. उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है.


सहकर्मी को बताया, पूरे परिवार की कर दी हत्या


दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस घटना की जानकारी मंगलवार को करीब 12 बजे सुशील के एक सहकर्मी ने फोनकर दी. सहकर्मी ने बताया कि जब सुशील से काम पर नहीं आने के लिए संपर्क किया गया, तो उसने कहा कि उसने अपने घर के अंदर अपने परिवार की हत्या कर दी है. इसके बाद जब उसने किसी भी कॉल का जवाब देना बंद कर दिया तो दोस्त सुधीर कुमार ने पुलिस से संपर्क किया.


3 भाइयों में सबसे छोटा था सुशील


डीसीपी शाहदरा रोहित मीणा ने कहा कि अनुराधा का शव फर्श पर मिला था. उसका गला कटा हुआ था. सुशील और उसकी बेटी के शव उसके गंभीर रूप से घायल बेटे के साथ बगल के कमरे में पड़े थे. मौके पर प्राप्त सबूतों के अनुसार आरोपी ने गहने गिरवी रख कर कर्ज लिया था, जिसके कारण वह आर्थिक बोझ में था. उसका फोन फॉरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजा गया है और उसके बाद आगे के तथ्य सामने आएंगे. डीसीपी रोहित मीणा के मुताबिक सुशील तीन भाइयों में सबसे छोटा था. तीनों भाई ज्योति कॉलोनी में एक ही तीन मंजिला इमारत में रहते थे. सुशील और उसका परिवार सबसे ऊपर की मंजिल पर रहते थे, जबकि दो अन्य भाई और उनका परिवार दूसरी और निचली मंजिल पर रहता था. ासल 2020 में सुशील के एक और भाई की कोविड-19 संक्रमण की वजह से मौत हो गई थी.


सभी को मारने के बाद लिया सुसाइड का फैसला  


एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मौके पर पहुंची पुलिस ने सुशील के कमरे का दरवाजा तोड़ा तो उन्होंने कंप्यूटर को चालू पाया, उसके सिस्टम की एक खिड़की में खुद को मारने के तरीकों के वीडियो थे. ऐसा लगता है कि सुबह 10 बजे के आसपास, अपने परिवार के सदस्यों पर हमला करने के बाद सुशील ने ऑनलाइन खुद को मारने के तरीके खोजे और खुद भी फांसी लगा लिया. उसने शुरू में दुपट्टे से फांसी लगाने की कोशिश की लेकिन फिर रस्सी का सहारा ले लिया. पुलिस ने कमरे से दो चाकू बरामद किए. ऐसा लगता है कि अपराध के दौरान एक चाकू टेढ़ा हो गया, जिसके बाद उसने दूसरे चाकू का इस्तेमाल किया. अधिकारियों ने कहा कि हत्या करने से पहले, सुशील ने अपने कुत्ते को तीसरी मंजिल तक जाने वाली सीढ़ियों तक जंजीर से बांध दिया, ताकि परिवार के अन्य सदस्यों को जगाने से रोका जा सके. 


डीएमआरसी का टिप्प्णी से इनकार


एमआरसी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि चूंकि यह पुलिस का मामला है, इसलिए निगम इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. इसमें कहा गया है कि अधिकारियों द्वारा आवश्यक किसी भी सहायता या जानकारी को विधिवत प्रदान किया जाएगा.


बहन करती थी आर्थिक तंगी का जिक्र


अनुराधा ने कहा कि उसकी बहन सुषमा अक्सर आर्थिक तंगी के बारे में बात किया करती थी. सुषमा ने कहा कि मेरी बहन यूट्यूब वीडियो बनाती थी और उसके पास लगभग 1 लाख ग्राहक थे. उसने मुझे बताया कि वह अपने खाते का मुद्रीकरण करना चाहती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सुशील के सबसे बड़े भाई मोनिका की बेटी ने कहा कि मंगलवार को सुबह करीब 10 बजे उठा और न तो मैंने और न ही घर के अंदर मौजूद परिवार के अन्य सदस्यों ने कोई शोर सुना. बता दें कि सुशील मूल रूप से वाराणसी का रहने वाला है. गंभीर रूप से घायल बेटा दसवीं कक्षा का छात्र है. 


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