Delhi: 'राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा किया जा सकता है तो सिंघों क्यों नहीं?' जीके ने केंद्र से पूछा सवाल
मनजीत सिंह जीके ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. जीके ने पूछा है कि अगर बिलकिस बानो के परिवार और राजीव गांधी को मारने वाले हत्यारों को रिहा किया जा सकता है तो बंदी सिंघों को रिहा क्यों नहीं?
जागो पार्टी के मंजीत सिंह जीके लगातार अलग-अलग मुद्दे को लेकर अपनी रणनीति और प्रतिक्रिया को लेकर चर्चा में बने रहते हैं. इसी कड़ी में जीके के जागो पार्टी ने बंदी सिंघो की रिहाई के लिए सिखों में जागरूकता लाने के लिए "घर-घर जपुजी साहिब अभियान" की शुरुआत की है. जीके ने इस अभियान को सिख समुदाय के पहले सियासी कैदी गुरु नानक साहिब को समर्पित किया है. क्योंकि गुरु नानक साहिब के जेल प्रवास के दौरान उनसे प्रभावित होकर मुगल शासक बाबर ने गुरू साहिब जी के साथ 11111 अन्य कैदियों को गुरुद्वारा चक्की साहिब, ऐमानाबाद की जेल से रिहा किया था.
नेताओं ने नहीं निभाई जिम्मेदारी
जागो पार्टी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने दावा करते हुए कहा कि, सरकारी चापलूस नेता अपनी जिम्मेदारी निभाने में असफल रहे हैं, जिस कारण जागो पार्टी अपनी पंथक जिम्मेदारी निभाने के लिए तत्पर हुई है. जीके ने कहा कि "हमारे बीच से निकले हुए आस्तीन के सांप अब उन एजेंसियों के सेवक बन गए हैं जो एजेंसियां हमें मारना चाहती हैं. यह पंथक नेताओं का रूप धारण करके हमें भीतर से मार रहे हैं. भगवान रामचंद्र जी निश्चित रूप से समर्थ थे, लेकिन वो भी रावण को तब मार सके थे जब विभीषण ने रावण के राज उनके साथ खोले थे. आज हमारे अंदर के विभिषण ही हमें अंदर से मार रहे हैं."
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क्यों नहीं रिहा हो सकते बंदी सिंह ?
उन्होंने कहा कि अगर बिलकिस बानो के परिवार और राजीव गांधी को मारने वाले हत्यारों को रिहा किया जा सकता है तो बंदी सिंघों को रिहा क्यों नहीं किया जा सकता? जीके ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'उन्होंने साहिबजादों को 'बाल' साबित करने के लिए पूरी कोशिश की, लेकिन कौम ने इस बात को सही नहीं माना. हालांकि प्रधानमंत्री की सोच अच्छी थी, लेकिन यह कौमी भावनाओं और श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश के विपरीत थी. इसलिए ही मैंने भी प्रधानमंत्री जी को "वीर बाल दिवस" का नाम बदलने के लिए पत्र लिखा था."
गीदड़ भभकियों से नहीं डरता: जीके
जीके ने 28 दिसंबर को उनके खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर का जिक्र करते हुए इसे बदले की राजनीति के तौर पर परिभाषित किया. उन्होंने कहा कि "26 दिसंबर को यह सरकार के साथ मिलकर "वीर बाल दिवस" मनाते हैं और फिर मेरा मुंह बंद कराने के लिए 28 दिसंबर को दिल्ली पुलिस की "आर्थिक अपराध शाखा" से मेरे खिलाफ पर्चा करवा देते हैं." इसे लेकर जीके ने कहा कि वो गीदड़ भभकियों से डरने वाले नहीं हैं.
सिरसा को बताया ब्लैकमेलर गिरोह का नेता
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, झील वाला, पटेल नगर में बोलते हुए जीके ने दिल्ली कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के कुछ ट्वीट पढ़े और सिरसा को "ब्लैकमेलर गिरोह" का नेता बताया. जिसका काम फिल्म और राजनीतिक हस्तियों को ब्लैकमेल करना है. जीके ने सिरसा के कई ट्वीट्स का हवाला देते हुए कई सवाल पूछे. क्या दिल्ली के होटलों में अब "हुक्का" का इस्तेमाल बंद हो गया है ? जबकि सिरसा के अपने इलाके राजौरी गार्डन और पंजाबी बाग में हुक्का सरेआम वितरित किया जा रहा है. कांग्रेस नेता कमलनाथ को जेल भेजने के दावे के बाद उनके साथ क्या डील हुई? सिरसा द्वारा कथित तौर पर नशीली दवाओं के इस्तेमाल को लेकर बॉलीवुड से जुड़े करण जौहर, दीपिका पादुकोण, कंगना रनौत, शाहिद कपूर और विक्की कौशल के खिलाफ एनसीबी को सिरसा द्वारा दी शिकायत का क्या हुआ ? इस मौके पर जागो पार्टी के तमाम नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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