Delhi Mayor Election: दिल्ली में बीजेपी और AAP के बीच फिर तकरार, इन्हें मिला कांग्रेस का साथ
MCD Mayor Election News: दिल्ली आम आदमी पार्टी एमसीडी (MCD) प्रभारी दुर्गेश पाठक का आरोप है कि एमसीडी को दलित समाज का मेयर मिलने वाला था, लेकिन बीजेपी (BJP) ने उनका यह अधिकार छीन लिया.
BJP-AAP On MCD Mayor Election 2024: दिल्ली नगर निगम मेयर चुनाव रद्द होने के बाद एक बार फिर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. चुनाव के रद्द होने पर आप विधायक और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा, 'चुनाव आयोग की मंजूरी के बावजूद बीजेपी के कहने पर उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने दिल्ली के मेयर का चुनाव रद्द कर दिया.'
बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली को दलित समाज का मेयर मिलने वाला था, लेकिन बीजेपी ने उनका यह अधिकार छीन लिया. पाठक ने कहा कि उपराज्यपाल ने चुनाव रद्द करने का जो कारण बताया है, वह हास्यास्पद है. जबकि हकीकत तो यह है कि बीजेपी हार से डर गई है.
बीजेपी के कहने पर एलजी ने किया चुनाव - पाठक
दुर्गेश पाठक ने कहा कि साल 2019 में भी लोकसभा चुनाव हुए थे, लेकिन तब भी दिल्ली के मेयर का चुनाव हुआ था. इस बार बीजेपी और उपराज्यपाल ने संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए इसे रद्द कर दिया है. उन्होंने उपराज्यपाल पर हमलावर होते हुए कहा कि उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री की सलाह पर काम करने का हवाला देते हुए चुनाव रद्द कर दिया है. जबकि हकीकत तो यह है कि मुख्यमंत्री ने दिल्ली की जनता की बेहतरी के लिए उपराज्यपाल को हजारों सलाह दी, लेकिन उपराज्यपाल ने एक पर भी उनके अनुसार काम नहीं किया.
AAP मेयर प्रत्यशी ने जीत का दावा किया
आप के मेयर प्रत्याशी महेश खिची ने कहा कि हमारे पास 135 पार्षद हैं और कांग्रेस का भी समर्थन भी उन्हें प्राप्त है. मेयर चुनाव में उनकी जीत तय है, लेकिन बीजेपी के कहने पर उपराज्यपाल ने चुनाव को टाल दिया. बीजेपी नहीं चाहती है कि दिल्ली को दलित मेयर मिले. वह दलित विरोधी पार्टी है. उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के चुनाव में भी बीजेपी ने आप के दलित प्रत्याशी को मेयर बनने से रोकने की कोशिश की थी.
दिलीप पांडे ने बीजेपी पर आक्रामक होते हुए कहा कि बीजेपी लोकतंत्र को खत्म करना चाह रही है. इसलिए, 400 पार सीटें जीतने का ख्वाब देख रही है. मुकेश गोयल ने कहा कि बीजेपी जितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन दिल्ली में दलित मेयर जरूर बनाएंगे.
BJP दलित विरोधी
आप सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, 'दलित विरोधी मानसिकता वाली भारतीय जनता पार्टी, बाबा साहब आम्बेडकर के संविधान की विरोधी भारतीय जनता पार्टी ने अपने उपराज्यपाल से झूठ बुलवाया है. बीजेपी ने अपने उपराज्यपाल के माध्यम से यह सुनिश्चित किया कि दलित समुदाय का कोई उम्मीदवार मेयर न बने. यह बीजेपी का दलित विरोधी चेहरा दिखाता है'.
चुनाव पर रोक संवैधानिक मूल्यों का हनन
पिछली बार एमसीसी के मेयर चुनाव को लेकर अपने पत्ते नहीं खोलने वाली कांग्रेस पार्टी इस बार खुलकर आप के साथ खड़ी है, वो भी बीजेपी और उपराज्यपाल का विरोध करती नजर आ रही है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निगम प्रभारी जितेन्द्र कुमार कोचर ने कहा कि एमसीडी में दलित वर्ग के लिए आरक्षित मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव की चुनाव आयोग द्वारा मंजूरी के बावजूद वोटिंग पर उपराज्यपाल की ओर से रोक लगाना संवैधानिक मूल्यों का हनन है. उन्होंने कहा कि यह साल अनुसूचित जाति के मेयर के लिए आरक्षित था. बीजेपी के इशारे पर मेयर चुनाव पर रोक लगा दी गई है. यह सीधे तौर पर दिल्ली के दलित समाज का अपमान है.
बीजेपी ने चुनाव रद्द होने का ठीकरा फोड़ा आप के सिर
दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने चुनाव टलने का ठीकरा आप पर फोड़ते हुए कहा कि, 'आप ने दिल्ली में संवैधानिक संकट खड़ा कर दिया है. नियम है कि मेयर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्त से संबंधित फाइल मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर से ही आगे बढ़ती है तो फिर उसका पालन क्यों नहीं किया गया. सीएम जेल से सरकार चलाने पर अड़े हैं. यही वजह है कि फाइल को नियमों के तहत नहीं भेजा गया. सचदेवा ने कहा कि पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति को लेकर संवैधानिक व्यवस्था के तहत पूरी प्रक्रिया को नहीं अपनाया गया, और अब आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मनगढ़ंत आरोप लगा रही हैं.'
उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से भी मेयर के पद के लिए दलित वर्ग के प्रत्याशी को ही खड़ा किया गया है. जिससे स्पष्ट होता है कि आप और कांग्रेस मुद्दों से भटकाने के लिए बेवजह और आधारहीन आरोप लगा रही है. जबकि हकीकत यह है कि चुनाव कराने के लिए निर्धारित नियमों के तहत पूरी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया. मुख्यमंत्री के जेल में रहते पूरी प्रक्रिया का पालन होना संभव भी नहीं है, जिससे दिल्ली में संवैधानिक संकट उत्पन्न हो गया है, जिसे आप मानने को तैयार नहीं है.
कपूर ने उठाये ये सवाल
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने दुर्गेश पाठक एवं सौरभ भारद्वाज पर एमसीडी के मेयर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति को लेकर विवाद करने पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि आप नेता पहले दिल्ली वालों को बताएं कि बिना पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति के दिल्ली नगर निगम के मेयर चुनाव क्यों घोषित किया. कपूर ने कहा कि इसी तरह विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से विधायकों का नगर निगम सदन में नोमिनेशन भी विवादित है, क्योंकि उसमें भी नियमानुसार फाइल पर मुख्यमंत्री की सिफारिश होनी चाहिए थी जो इस बार नहीं है.