Delhi News: दिल्ली नगर निगम (MCD) के संपत्ति कर विभाग ने बड़ी पहल की है. लगभग 12 लाख संपत्तियों का डेटा ऑनलाइन कर दिया गया है. एमसीडी की पहल से संपत्ति के वास्तविक मालिक का पता लगाना आसान हो गया है. अब किसी भी संपत्ति के मालिक, बकाये कर की जानकारी मिल सकती है.  माना जा रहा है कि संपत्ति खरीदारों को जालसाजी का शिकार नहीं होना पडेगा. फर्जीवाड़ा रुकने के साथ जानकारी जुटाने का काम भी आसान हो जायेगा.


नई कवायद से भूमाफिया पर अंकुश लगने की उम्मीद जताई जा रही है. लोगों के लिए संपत्ति खरीदना और भी सुरक्षित हो गया है. संपत्ति के जाली कागजात बनाकर होने वाली खरीद-फरोख्त से जुड़े मामलों पर रोक लगेगी. एमसीडी की सुविधा से जाली कागजात बनाने की गतिविधियों पर अंकुश लगेगा. दूसरी तरफ अब संपत्ति खरीदना और भी सुरक्षित होगा. एमसीडी अधिकारियों के अनुसार, काम में बहुत पारदर्शिता और आसानी होगी.


12 लाख संपत्तियों का डेटा ऑनलाइन


अब संपत्ति खरीदार ऑनलाइन एमसीडी की साइट पर जाकर महज एक क्लिक में संपत्ति के असली मालिक और बकाए करों की जानकारी जुटा सकेंगे. वर्तमान में संपत्ति कर विभाग के पास करीब 15 लाख पंजीकृत संपत्तियां हैं. मात्र 13.29 लाख संपत्ति मालिक नियमित टैक्स जमा कर रहे हैं.


खरीदार नहीं होंगे धोखाधड़ी के शिकार


एमसीडी ने लगभग 12 लाख संपत्तियों का डेटा वेबसाइट पर अपलोड कर है. अब किसी भी जोन की संपत्ति की जानकारी एक क्लिक में सामने आ जाएगी. अधिकारी ऑफिस में बैठकर ही पता लगा सकते हैं कि इलाके के किस संपत्ति मालिक ने करों का भुगतान कर दिया है या कौन बकायेदार हैं. इस तरह से डिफाल्टरों की लिस्ट बनाकर रिकवरी की जा सकती है. संपत्ति खरीदारों के लिए एमसीडी की कवायद बड़ी फायदेमंद साबित होने की उम्मीद है. 


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