Delhi MCD Election 2022: निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए 197 चुनाव चिन्ह के होंगे विकल्प, सोफा से जूता तक के निशान पर मांगे जाएंगे वोट
Delhi MCD Election 2022: लोकसभा से लेकर निकाय चुनाव तक में बैलट पेपर और ईवीएम मशीन पर प्रत्याशियों के नाम के आगे चुनाव चिन्ह अंकित होता है, जिससे मतदाताओं को उन्हें चुनने में मदद मिलती है.
Delhi MCD Election Symbol: दिल्ली नगर निगम (Delhi Municipal Corporation) चुनाव का सियासी तापमान अभी चरम पर पहुंचना बाकी है. उम्मीदवारों के टिकट बंटवारे के बाद प्रमुख दलों ने नामांकन पर पूरी ताकत झोंक दी है, लेकिन इसमें निर्दल प्रत्याशियों का उत्साह भी पीछे नहीं है. चुनाव आयोग (Election Commission) की ओर से जारी अनोखे चुनाव चिन्ह उन निर्दल प्रत्याशियों में अलग जोश भरने का काम कर रहे हैं. इस बार एमसीडी चुनाव (MCD Election) के लिए राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी दिशा-निर्देश में 197 चुनाव चिन्ह का विकल्प रखा गया है.
चुनाव बैलट पेपर और ईवीएम मशीन पर प्रत्याशियों के नाम के आगे चुनाव चिन्ह अंकित होता है, जिससे मतदाताओं को उन्हें चुनने में मदद मिलती है. वैसे चाहे लोकसभा का चुनाव हो या निचली इकाई का, निर्दल प्रत्याशियों को मिले चुनाव चिन्ह के आधार पर प्रत्याशियों के छवि और एजेंडों का ही अंदाजा नहीं लगाया जाता, बल्कि कभी-कभी यही चुनाव चिन्ह हार और जीत की भी बड़ी वजह बनते हैं. इस बार एमसीडी चुनाव में आधुनिक यंत्र, गैजेट का विकल्प बीते चुनाव की तुलना में ज्यादा देखने को मिल रहा है.
दिल्ली नगर निगम चुनाव में होंगे ये भी चुनाव चिन्ह
दिल्ली नगर निगम चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे निर्दल प्रत्याशियों के सामने इस बार 197 चुनाव चिन्ह के विकल्प होंगे. इस बात की घोषणा राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से किया गया, जिसमें नारियल, तरबूज, टॉफी, लूडो आइसक्रीम, अंगूर, लाइटर, स्विच बॉक्स, ब्रश, सीसीटीवी कैमरा, कंप्यूटर, ट्यूबलाइट, टाइपराइटर, फोन चार्जर, पेंडुलम, पेनड्राइव, पेट्रोल पंप, रूम कूलर, रूम हीटर, लैपटॉप, हेलमेट, हेडफोन, रोबोट, माइक, स्टेपलर, सोफा, जूता जैसे खाने-पीने पहनने और इस्तेमाल करने वाले आधुनिक यंत्र शामिल हैं.
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एमसीडी चुनाव में पहली बार हो रहा है ऐसा
चुनाव चिन्ह का प्रत्याशी अपने इच्छा अनुसार चयन करने के बाद चुनाव आयोग को सौंपेंगे. इसके बाद चुनाव आयोग उन चुनाव चिन्ह को इस आधार पर जांच करेगा कि किसी भी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टी की ओर से इन चिन्हों का प्रयोग न किया गया हो. चुनाव आयोग की अनुमति के बाद अन्य पार्टी भी इन चुनाव चिन्हों का प्रयोग कर सकती हैं, लेकिन किसी भी पार्टी और निर्दल प्रत्याशी का एक समान चुनाव चिन्ह स्वीकार नहीं होगा. दिल्ली नगर निगम चुनाव में पहली बार ऐसा हो रहा है, जब निर्दल प्रत्याशियों को ज्यादातर आधुनिक यंत्रों वाले चुनाव चिन्ह का विकल्प मिल रहा है.
पसंदीदा चुनाव चिन्ह लेने की प्रत्याशियों में होड़
इससे पहले लोकसभा, विधानसभा और निचली इकाई के चुनाव में उन यंत्रों का विकल्प चुनाव चिन्ह में देखा जाता था, जो सभी की ओर से इस्तेमाल किए जा सकते थे. जैसे- टीवी, टेलीफोन, मोबाइल, कंप्यूटर आदि. ऐसे में प्रत्याशियों के लिए भी बड़ी चुनौती होगी, जो दिल्ली के नगर निगम चुनाव में उन आसान चुनाव चिन्ह के साथ वोटरों तक पहुंच सके. चुनावी बिगुल बजने के बाद निर्दल प्रत्याशियों में अपने पसंदीदा चुनाव चिन्ह लेने के लिए संघर्ष जारी है. 197 चुनाव चिन्ह में से उन विकल्प को प्रत्याशी चुन रहे हैं, जिससे वोटरों के समक्ष पहुंचने में आसानी हो, लेकिन निर्दल प्रत्याशियों की संख्या के मुताबिक उन्हें अपनी इच्छा अनुसार चुनाव चिन्ह मिलना अब आसान नहीं दिख रहा.