दिल्ली नगर निगम चुनाव (Delhi Municipal Corporation Election) के लिए मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे बीजेपी (BJP), कांग्रेस (Congress) और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने अपने शीर्ष नेताओं और स्टार प्रचारकों की फौज चुनावी मैदान में उतार दिया है. इसी कड़ी में शुक्रवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट (Mahendra Bhatt) एमसीडी चुनाव में उन उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार करेंगे जो मूल रूप से उत्तराखंड से आते हैं.
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट दिल्ली पहुंच चुके हैं. इसके अलावा उत्तराखंड बीजेपी से लगभग 40 से ज्यादा पार्टी पदाधिकारियों के दिल्ली एमसीडी चुनाव में प्रचार करने के लिए कार्यक्रम निर्धारित किए गए हैं. नगर निगम चुनाव में 250 सीटों पर बीजेपी ने पहली बार 10 ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है जो मूल रूप से उत्तराखंड से आते हैं. इनमें यमुना विहार से प्रमोद गुप्ता, संत नगर वार्ड से रेखा रावत, ब्रह्मपुरी वार्ड से कविता शर्मा, सादतपुर से नीता बिष्ट, तुकमीरपुर वार्ड से अनिल कुमार त्यागी सहित अन्य 5 प्रत्याशियों को बीजेपी ने टिकट दिया है.
30 से ज्यादा वार्ड पर उत्तराखंड मूल के मतदाताओं का प्रभाव
दिल्ली एमसीडी चुनाव 2022 में लगभग 13 से 14 लाख उन मतदाताओं की संख्या है जो मूल रूप से उत्तराखंड से आते हैं और सियासी समीकरण के अनुसार लगभग 30 से ज्यादा वार्ड पर इनके वोट का प्रभाव है. सीएम पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट शुक्रवार को इन प्रत्याशियों के समर्थन में दिल्ली के अलग-अलग वार्डो में प्रचार प्रसार करेंगे. सीएम पुष्कर सिंह धामी इन प्रत्याशियों के समर्थन में शुक्रवार 4 से 5 जनसभाओं में शामिल होंगे.
एमसीडी चुनाव के लिए बीजेपी ने झोंकी ताकत
बीजेपी के शीर्ष नेताओं और प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा नगर निगम चुनाव के लिए हुई बैठकों में प्रचार के लिए दिल्ली और दूसरे राज्यों से स्टार प्रचारकों को बुलाने का निर्णय लिया गया था. उत्तराखंड से आने वाले 3 दर्जन से ज्यादा बीजेपी पदाधिकारियों में वरिष्ठ नेता, युवा मोर्चा, महिला मोर्चा और संगठन के मंत्री भी शामिल हैं, जिसमें आशा नौटियाल, कैलाश शर्मा, विनय रूहेला, सौरभ थपलियाल, नवीन ठाकुर, राजेश कुमार, खिलेंद्र चौधरी, राकेश राणा और रविंद्र कटारिया को चुनावी अभियान में प्रचार करने की जिम्मेदारी मिली है. अब देखना होगा कि उत्तराखंड के यह बीजेपी कार्यकर्ता इन विशेष 10 में से कितनी सीटें पार्टी को दिलाने में सफल होते हैं.