Delhi MCD Polls 2022: दिल्ली की सबसे निचली इकाई नगर निगम में चुनाव संपन्न हो चुका है, इस चुनाव में सिर्फ 50% हुए मतदान ने मतदाताओं की उदासी को जाहिर किया है.  चुनाव आयोग से लेकर पार्टियों तक ने दिल्ली की जनता से बढ़-चढ़कर वोट डालने की अपील की थी लेकिन नजीता यह रहा कि इस बार पिछले नगर निगम चुनाव से भी 3% कम मतदान हुआ जो कि कई सवाल खड़े कर रहा हैं. चुनाव के दिन दोपहर 12:00 बजे तक तो यह ऐसी स्थिति लग रही थी कि मतदान 50% से भी कम पर सिमट जाएगा लेकिन दोपहर के बाद वोट प्रतिशत बढ़ने की वजह जैसे-तैसे मतदान 50% तक पहुंच सका.


 नगर निगम पर शहर की बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करने की ज़िम्मेदारी होती है और दिल्ली का हर वर्ग भली-भांति समझता है कि राजधानी को बदलने के लिए बढ़-चढ़कर वोट करना बहुत जरूरी है लेकिन फिर भी इस बार 50% लोग अपने घरों से मतदान के लिए नहीं निकले. 


आरोप-प्रत्यारोप ने लोगों की उम्मीदों को दिया झटका
देश का केंद्र और राजधानी होते हुए भी दिल्ली नगर निगम 2022 चुनाव में 50% लोग वोट करने के लिए घरों से बाहर ही नहीं निकले, जिसके बाद लोगों द्वारा इसके कई मायने निकाले गए. दिल्ली के रहने वाले प्रभात ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान कहा की  "एमसीडी में 15 सालों से बीजेपी सत्ता में है वहीं आम आदमी पार्टी 2013 से राज्य की कमान संभाल रही है लेकिन दोनों पार्टियों में एक-दूसरे के लिए आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा. वहीं दिल्ली की जनता ने 15 साल कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल को भी एमसीडी में देखा है, इसलिए दिल्ली की जनता में यह संदेश जरूर गया है कि उनकी समस्याओं को सुनने से ज्यादा इन पार्टियों के लिए अपना जनाधार मजबूत करना है."


छुट्टी वाले दिन भी वोटिंग के लिए नहीं निकले लोग
वहीं, मयूर विहार के रहने वाले राघवेंद्र प्रताप सिंह ने एबीपी लाइव से बातचीत में कहा कि मतदान का दिन रविवार होते हुए भी भारी संख्या में दिल्ली के लोग वोट करने के लिए नहीं निकले यह बेहद आश्चर्यचकित रहा. इसके पीछे सीधे-सीधे प्रमुख दलों से जनता का असंतोष दिखता है लेकिन सियासी समीकरण के अनुसार इसके मायने बदल जाते हैं. एमसीडी में सत्ताधारी बीजेपी पार्टी से दिल्ली की जनता निश्चित तौर पर कई सवाल पूछ रही है और इन आंकड़ों से तय है कि अधिकांश बीजेपी के  वोटर अपने घरों से मतदान करने के लिए निकले नहीं हैं.


मुस्लिम मतदाताओं में दिखा उत्साह
मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर दोपहर बाद से मुस्लिम मतदाताओं की लंबी कतार देखी जा रही थी. तस्वीरों से यह तय है कि सभी वर्गों की तुलना में मुस्लिम मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर दिल्ली नगर निगम चुनाव में वोट किया है. जामिया नगर, ओखला, शहीन बाग, तैमूर नगर क्षेत्रों में लोगों की भारी भीड़ देखी गई. वहीं दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्रों, देहात में सुबह से ही बुजुर्ग मतदाताओं का उत्साह देखने को मिला. इस बार बुजुर्ग मतदाताओं की दिल्ली नगर निगम चुनाव में अच्छी भागीदारी देखने को मिली.


यह भी पढ़ें: MCD Exit Poll Results 2022: एमसीडी में AAP की बड़ी जीत का अनुमान, BJP के 15 साल के शासन पर चला 'झाड़ू'