Delhi MCD Election 2022: कुछ महीने के बाद दिल्ली नगर निगम के चुनाव होने वाले हैं. ऐसे भी सभी पार्टियों की नज़र इस चुनाव पर टिकी है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) भी पूरे दम-खम के साथ अभी से मैदान में उतरने के लिए तैयारियों में जुट गई है. बताया जा रहा है कि एआईएमआईएम इस बार लगभग 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और इसके लिए मुस्लिम के साथ-साथ दलित आबादी वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही है.


एआईएमआईएम दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष कलीमुल हफीज ने कहा कि पार्टी ने वार्डवार सर्वेक्षण किया है, जिसके आधार पर ये फैसला लिया गया है कि पार्टी का मुख्य जोर पूर्वी एमसीडी में 30 सीटों पर, उत्तरी निगम में 20 से अधिक और दक्षिण एमसीडी में 15 सीटों पर होगा. हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम ने 2017 में नौ सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन अपना खाता नहीं खोल सकी थी. दरअसल महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक के स्थानीय निकाय चुनावों में मिली जीत के बाद पार्टी अब दिल्ली में भी अपनी ताकत दिखाना चाहती है.


दिल्ली दंगा भी होगा एक मुद्दा: हफीज


हफीज ने कहा कि पार्टी का मुख्य चुनावी मुद्दा यह होगा कि कैसे अनधिकृत कॉलोनियों, झुग्गियों और पुरानी दिल्ली के इलाकों में जहां मुस्लिम और दलित बहुसंख्यक रहते हैं, विकास के सभी मानकों पर चाहे वह स्वास्थ्य केंद्र हो या स्कूल, इन सभी पर ध्यान नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को आप और भाजपा ने दिल्ली में उनकी हिस्सेदारी और भगीदारी से वंचित कर दिया है. हफीज ने कहा कि दिल्ली का दंगा भी एक मुद्दा होगा, जिसे पार्टी उठाएगी. उन्होंने कहा कि तब्लीगी जमात की घटना के दौरान भी जिस तरह का व्यवहार राजनीतिक दलों का था, उससे पीड़ा होती है.


बसपा भी कर रही है तैयारी


इस बीच पिछले चुनाव में तीन सीटें जीतने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भी अधिकांश सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. दिल्ली में बसपा प्रभारी सीपी सिंह ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा आरक्षित वर्ग के तहत आने वाले वार्डों की स्थिति तय करने के बाद पार्टी चुनाव की तैयारियों पर काम करेगी. गौरतलब है कि बसपा वर्तमान में भाजपा, आप और कांग्रेस के बाद नगर निकाय में चौथे स्थान पर है. आपको बता दें कि नगर निगम के 272 वार्डों के लिए चुनाव इस साल अप्रैल में होने हैं.


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