MCD Election 2022: MCD चुनाव में कांग्रेस को मिलेगा BJP और AAP की गलतियों का फायदा! दिल्ली की जनता ने दिए चौंकाने वाले संकेत
MCD Election: दिल्ली की जनता का कहना है कि राजधानी में 30 से 40 ऐसी सीटें हैं, जहां पर कांग्रेस के प्रत्याशियों व नेताओं ने काम किया है. इनके आधार पर यह कहा जा सकता है कि उनका प्रभाव है.
Delhi MCD Election 2022: दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. नामांकन के साथ-साथ अब चुनावी मेनिफेस्टो जनता के सामने रखने का भी दौर इस समय जारी है. साथ ही दिल्ली की जनता की मानें तो इस बार बीते 15 सालों की तुलना में मुकाबला सबसे अलग होगा. क्योंकि मुकाबले में इस बार तीनों प्रमुख दल आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी में भिड़ंत स्थानीय मुद्दे पर होगी और इसीलिए एमसीडी के 250 सीटों पर अभी कह पाना मुश्किल है कि कौन सी पार्टी बाजी मारेगी.
क्या कहती हैं दिल्ली की जनता
15 साल से दिल्ली के नगर निगम चुनाव में सत्ता से बाहर कांग्रेस पार्टी के लिए इस बार मौका बन सकता है. जनकपुर के रहने वाले प्रभात मिश्रा ने कहा कि दिल्ली या कहीं की भी नगर निगम चुनाव स्थानीय मुद्दे पर होती हैं. राजधानी में 30 से 40 ऐसी सीटें हैं, जहां पर कांग्रेस के प्रत्याशियों व नेताओं ने काम किया है. इनके आधार पर यह कहा जा सकता है कि उनका प्रभाव है. सीटों की चर्चा करते हुए प्रभात मिश्रा बोले कि अमर तिवारी (सीतापुरी वार्ड), परवेज आलम (शाहीन बाग), उषा गुप्ता (सागरपुर वार्ड) की जैसी कई सीटें हैं जहां पर कांग्रेस प्रत्याशियों का जनाधार बाकी सीटों की तुलना में मजबूत है.
कांग्रेस पार्टी में नया बदलाव भरेगा जोश
वहीं महावीर एनक्लेव की रहने वाली दिव्या ने भी माना कि इस बार नगर निगम चुनाव में कांग्रेस पार्टी पिछली बार से बेहतर प्रदर्शन करेगी. कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार और बीजेपी के नगर निगम में 15 सालों को देख चुकी जनता इस बार कांग्रेस पार्टी पर जरूर भरोसा करेगी. इन्होंने शीला दीक्षित के कामों को जमीन पर देखा है. राजनीतिक पंडितों के अनुसार दक्षिण भारत से शुरू हुई राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष पद पर मलिकार्जुन खड़गे का आना कांग्रेस पार्टी में एक परिवर्तन लाने वाला जरूर साबित होगा.
MCD में युवा उम्मीदवारों पर कांग्रेस पार्टी करेगी भरोसा
वहीं इसका सटीक परीक्षण नगर निगम चुनाव और विधानसभा चुनाव में हो सकेगा. दिल्ली के अशोक नगर के रहने वाले अश्विनी चौबे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में नए बदलाव इस नगर निगम चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए संजीवनी साबित हो सकते हैं. इसके अलावा यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी का राज्यों में कम होते जनाधार की असली वजह पार्टी में आपसी कलह भी है. इसको दूर करके ही एमसीडी में कांग्रेस पार्टी खुद को जीवित कर पाएगी. एमसीडी चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने युवा उम्मीदवारों पर भरोसा जताने का स्पष्ट इशारा कर दिया है.
बीजेपी और आप की गलतियों का कांग्रेस को होगा फायदा
इसके अलावा 250 सीटों पर कांग्रेस पार्टी इस बार 50% महिला उम्मीदवारों को उतारकर बड़ा दाव भी खेल सकती है. वैसे चुनावी दौर में सियासी पारा को आजकल लुभावने गीत भी बदल देते हैं. कांग्रेस पार्टी भी इस बार शीला दीक्षित द्वारा दिल्ली में किए गए कार्यों का जिक्र चुनावी गीत में कर रही है. दिल्ली में इस बार कई ऐसे मुद्दे हैं जो जनता को सीधे चुभ रहे हैं. राजधानी में बढ़ता प्रदूषण, साफ पानी का संकट, जर्जर सड़क, कूड़े का ढेर, शराब नीति, यमुना नदी का प्रदूषण सहित कई ऐसे मुद्दे हैं जिस पर काम करने की बजाए बीजेपी और आप में जुबानी तीर चले. यह कहना गलत नहीं होगा कि इन समस्याओं के हल के लिए जनता एक विकल्प के रूप में कांग्रेस पार्टी को भी देख सकती है.