Delhi MCD Election 2022: दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 में ऐसे कई सीटें हैं, जहां परिसीमन के बाद समीकरण बदल चुका है. इसके अलावा कुछ ऐसी सीटों पर बागी उम्मीदवारों के अलग तेवर भी देखने को मिल रहे हैं.  ऐसे में परिसीमन के बाद गोपाल नगर वार्ड को खत्म कर बनाया गया नजफगढ़ वार्ड नंबर 127 सामान्य सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार का बागी तेवर बीजेपी के लिए चुनौती बन सकता है.


पिछले चुनाव में यहां से बीजेपी के उम्मीदवार अंतिम गहलोत ने जीत हासिल की थीं, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है. अब उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतर कर बीजेपी के साथ अन्य प्रत्याशियों को चुनौती देने की ठान ली है.


बीजेपी खेमे में सेंधमारी
2022 के नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने यहां पर जीती प्रत्याशी अंतिम गहलोत का टिकट काटकर अमित खड़खड़ी को मैदान में उतारा है.  अमित खड़खड़ी विधायक अजीत खड़खड़ी के बेटे हैं. वहीं 2017 से 2022 तक पार्षद रहीं अंतिम गहलोत ने इसी सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतर कर मोर्चा खोल दिया है और बागी तेवर के साथ बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बनती भी दिख रही है.


यह माना जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में गहलोत का अधिक प्रभाव है, और यहां से वह बीजेपी के वोट बैंक में सीधा सेंध लगा सकती हैं. उनका वोट प्रतिशत बीजेपी प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाने वाला होगा. वहीं आम आदमी पार्टी ने इस सीट से राजवीर सिंह डबास को मैदान में उतारा है. वह पूर्व में कांग्रेस से पार्षद भी रह चुके हैं, और सभी प्रत्याशियों की तुलना में इनकी इस इलाके में पकड़ ज्यादा मजबूत मानी जा रही है. कांग्रेस पार्टी ने सतबीर को यहां से टिकट दिया है.


नजफगढ़ की प्रमुख चुनौतियां
नजफगढ़ में जर्जर सड़क लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बनती है. यहां की सीवर समस्या, खुली नालियों से लोग काफी परेशान है.  ट्रैफिक जाम भी पब्लिक की रफ्तार को रोक देता है. सड़कों पर स्ट्रीट लाइट की भी कमी है. इसके अलावा पानी के बेहतर निकास न होने की वजह यहां की जनता काफी परेशान है. अब देखना होगा कि नजफगढ़ की जनता किस प्रत्याशी पर भरोसा जताती है.


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