Delhi MCD Results 2022: पहली बार MCD में ट्रांसजेंडर पार्षद, सुल्तानपुरी-ए वार्ड से AAP की बॉबी किन्नर ने लहराया जीत का परचम
MCD Results 2022: दिल्ली नगर निगम के इतिहास में बॉबी किन्नर पहली सदस्य होंगी जो दिल्ली नगर निगम के सदन में पहुंच रही हैं. यानी पहली बार कोई ट्रांसजेंडर समुदाय किसी वॉर्ड का प्रतिनिधित्व करेगा.
Delhi MCD Results 2022: दिल्ली नगर निगम चुनाव की मतगणना जारी है. ताजा रिपोर्ट में आम आदमी पार्टी बहुमत हासिल करती दिखाई दे रही है. वहीं चर्चित दिल्ली सुल्तानपुरी A वार्ड नंबर 43 से बॉबी किन्नर ने जीत हासिल कर ली है. इस मुकाबले में बॉबी किन्नर ने बीजेपी की एकता जाटव को शिकस्त दी है. एमसीडी के 250 वार्ड में कई ऐसी सीट है जो काफी सुर्खियों में रही. इसमें से एक दिल्ली सुल्तानपुरी वार्ड नंबर 43 काफी में चर्चा रही, क्योंकि आम आदमी पार्टी ने यहां से एकमात्र किन्नर प्रत्याशी को एमसीडी (MCD) चुनावी मैदान में उतारा था.
पहली बार दिल्ली एमसीडी में ट्रांसजेंडर सदस्य
दिल्ली नगर निगम के इतिहास में बॉबी किन्नर पहली सदस्य होंगी जो दिल्ली नगर निगम के सदन में पहुंच रही हैं. यानी पहली बार कोई ट्रांसजेंडर समुदाय किसी वॉर्ड का प्रतिनिधित्व करेगा. 38 वर्षीय बॉबी किन्नर आम आदमी पार्टी की दिल्ली इकाई से जुड़े कई संगठनों में पदाधिकारी भी रह चुकी हैं. इसके अलावा बेहद सक्रिय कार्यकर्ता रही हैं. अन्ना आंदोलन से बॉबी काफी प्रेरित रही और आम आदमी पार्टी बनने के बाद से ही वह उससे जुड़कर कार्य कर रही थी. निश्चित तौर पर यह केवल बॉबी किन्नर की नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी के छवि को भी प्रभावित करने वाली जीत होगी.
सुल्तानपुरी-ए वार्ड से AAP उम्मीदवार बॉबी जीत गईं हैं। पहली बार MCD में ट्रांसजेंडर समुदाय का सदस्य होगा।#DelhiMCDElectionResults2022 pic.twitter.com/clKwxvecXA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 7, 2022
सुबह उलटफेर के हुए थे संकेत
सुबह 8 बजे दिल्ली नगर निगम चुनाव की मतगणना शुरू होते ही एक बड़े उलटफेर के भी संकेत मिल रहे थे. जब बीजेपी ने शुरुआती रुझान में बढ़त बना ली थी, लेकिन सभी वार्डों के नतीजे आते-आते एग्जिट पोल के अनुसार आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी व बहुमत के तरफ बढ़ती दिखाई दे रही है. दिल्ली सरकार के साथ-साथ एमसीडी में भी अब आम आदमी पार्टी की सरकार होगी. सबसे निचली इकाई से आम आदमी पार्टी का मेयर होगा, जिसके कंधों पर राजधानी के बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करने की अब बड़ी जिम्मेदारी होगी.