Delhi News: दिल्ली नगर निगम का सत्र शुक्रवार को हंगामेदार होने के आसार हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि एमसीडी की बैठक को लेकर अभी तक एजेंडा जारी नहीं हुआ है. पार्टी ने 26 अक्टूबर को आयोजित बैठक में फैसला लिया कि वो सदन की बैठक के दौरान डेंगू और वायु प्रदूषण के मसले पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. वहीं, बीजेपी पार्षदों ने भ्रष्टाचार और विकास का मुद्दा उठाने के संकेत दिए हैं. बीजेपी के नेताओं का कहना है कि आप सरकार एक भी चुनावी वादे अभी तक पूरा नहीं कर पाई है. विकास कार्य ठप पड़े हैं. पार्षदों को काम कराने के लिए पैसे आवंटित नहीं किए गए हैं.
एमसीडी बैठक को लेकर गुरुवार को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली के नेतृत्व में एक बैठक हुई. बैठक के दौरान दिल्ली के लोगों के लिए गंभीर स्वास्थ्य खतरा पैदा करने वाले वायु प्रदूषण और डेंगू के मामलों के तेजी से फैलने को जोरदार तरीके से उठाने का फैसला लिया है. कांग्रेस के पार्षदों का आरोप है कि एमसीडी और दिल्ली सरकार के साथ बड़े-बड़े वादे करने के बावजूद इन समस्याओं का समाधान करने में विफल रही है.
कांग्रेस करेगी डेंगू और प्रदूषण पर बहस की मांग
कांग्रेस की बैठक में फैसला लिया गया कि जब तक एमसीडी सदन में जानलेवा प्रदूषण और डेंगू के मामलों पर चर्चा कर इनसे निपटने के लिए कदम नहीं उठाए जाएंगे, तब तक कांग्रेस पार्षद सदन की कार्यवाही नहीं चलने देंगे. पार्टी ने यह भी तय किया है कि मेयर को बाध्य किया जाए कि वे पहले लोगों को प्रभावित करने वाले इन मुद्दों पर चर्चा कराएं और नगर आयुक्त कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दें.
अभी तक एजेंडा तय नहीं
कांग्रेस ने नेताओं का आरोप है कि आज एमसीडी का सत्र है, लेकिन इसके एजेंडे को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि एजेंडे को अंतिम रूप दिए बिना सदन सत्र आयोजित करना एमसीडी अधिनियम की अवमानना है. नियमानुसार सदन सत्र से 72 घंटे पहले एजेंडा तय किया जाना चाहिए. इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्षदों ने अपना गुस्सा जाहिर किया और आरोप लगाया कि एमसीडी के मूल मुद्दों से भटककर एमसीडी को तानाशाही तरीके से चलाया जा रहा है.