Delhi MCD Unification News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित दक्षिण, उत्तर और पूर्वी एमसीडी के एकीकरण पर केंद्र के विधेयक के पेश करने के बाद बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने लोकसभा में बयान दिया. वहीं उनके बयान पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने प्रतिक्रिया दी है. दरअसल, गृह मंत्री ने लोकसभा में कहा- "दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगमों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. इसके कारण सारे नगर निगम अपने दायित्वों को निर्वहन करने के लिए खुद को पर्याप्त संसाधनों से लैस नहीं पाते हैं."
पार्षदों की संख्या को भी सीमित करने का भी प्रस्ताव इस बिल में- गृह मंत्री
उन्होंने कहा "जो बिल मैं लेकर आया हूं. उसके उद्देश्य में रखना चाहता हूं- तीन नगर निगमों को एक करके फिर से दिल्ली नगर निगम को एक बनाया जाए. संसाधन और सहकारितावादी और सामरिक योजना की दृष्टि से एक ही निगम पूरी दिल्ली की सिविक सेवाओं का ध्यान रखेगा तो उचित होगा.
गृह मंत्री ने कहा- "नगर निगम की सेवाओं को और दक्षता और पारदर्शिता के साथ चलाया जाए, ये संशोधन भी इस बिल में हैं. दिल्ली के पार्षदों की संख्या को भी सीमित करने का भी प्रस्ताव इस बिल में है. नागरिक सेवाओं को कहीं भी और कभी भी, के सिद्धांत के आधार पर व्यवस्थित किया जाए."
मनीष सिसोदिया बोले- बीजेपी बदलाव नहीं कर पाएगी
अमित शाह के संसद में दिए गए जवाब पर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा "भाजपा को यह याद रखना चाहिए कि 2011-12 से पहले, भाजपा के शासन में नगर पालिका एक ही इकाई थी, तब भी कूड़ा और प्रदूषण हुआ करता था. आप 3 नगर पालिकाओं के साथ भी देखेंगे, भाजपा बदलाव नहीं कर पाएगी, यह केवल भ्रष्टाचार कर सकती है."
डिप्टी सीएम ने कहा- "यह बात केंद्रीय गृह मंत्री अच्छी तरह से जानते हैं. वर्तमान में वे सिर्फ चुनाव से भाग रहे हैं और इस तरह बिल लाए हैं. दिल्ली की जनता ने बीजेपी को ठीक से देखा है. अमित शाह जी को बता है कि दिल्ली की जनता नगर निगम चुनाव में उनकी बात नहीं सुनेगी."