Delhi Meerut RRTS Live: RRTS सेवा शुरू होने पर CM योगी बोले- 'नमो भारत ने कम की दिल्ली-मेरठ के बीच की दूरी'
Delhi Meerut RRTS Inauguration Live: रैपिडेक्स ट्रेन गाजियाबाद के साहिबाबाद स्टेशन से दुहाई तक 160 किलोमीटर रफ्तार से चलेगी. दिल्ली से मेरठ पहुंचने में इसे कुल 60 मिनट का समय लगेगा.
पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली मेरठ आरआरटीएस सेवा और नमो भारत ट्रेन को हरी दिखाकर रवाना कया. पीएम ने देश की पहली रैपिड ट्रेन की शुरुआत को सभी के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया. उन्होंने कहा कि भारत का विकास तभी होगा, जब राज्य का विकास होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरआरटीएस सेवा का उद्घाटन करने के बाद यूपी के साहिबाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि चार साल पहले मैंने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल कॉरिडोर प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था. आज साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक नमो भारत की सेवाएं शुरू हो गई हैं. मैंने पहले भी कहा था, और आज भी कह रहा हूं, जिसका शिलान्यास हम करते हैं, उसका उद्घाटन भी हम ही करते हैं.
यूपी के सीम योगी आदित्यनाथ ने साहिबाबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज मोदी हैं तो सबकुछ मुमकिन है. यह पूरा देश देख रहा है. यूपी को रैपिडेक्स के रूप्प्र में प्रधानमंत्री जी ने बड़ा उपहार दिया है. देश की सबसे बडी आबादी वाला राज्य यूपी है. यह सेवा दिल्ली की मेरठ की दूरी को कम कर देगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली मेरठ आरआरटीएस रैपिडेक्स का उद्धाटन करने के बाद साहिबाबाद स्थित जनसभा स्थल पहुंच गए हैं. वह कुछ देर में लोगों को संबोधित करेंगे.
पीएम नरेंद्र मोदी साहिबाबाद में दिल्ली मेरठ आरआरटीएस के प्राथमिकता खंड और नमो भारत ट्रेन का उद्घाटन करने के बाद जनसभा स्थल पहुंच गए हैं. वहां पहुंचने के बाद उन्होंने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने नमो भारत रैपिड रेल का उद्घाटन करने के बाद उसमे सफर किया. उन्होंने साहिबाद से दुहाई तक सफर किया. सफर के दौरान उन्होंने रैपिडेक्स में स्कूली छात्राओं से बातचीत की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजियाबाद कि साहिबाबाद में दिल्ली मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के पहले खंड का उद्घाटन किया. इस मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे.
रैपिडेक्स में सफर करते समय अगर आप कोई सामान भूल जाते हैं या या कोई सामान मिलता है तो उसे सुरक्षित यात्रियों तक पहुंचाने के लिए लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर की भी हर स्टेशन पर व्यवस्था है. खोई, पाई गई वस्तुओं के निपटान के लिए एक खोया और पाया केंद्र अलग से स्थापित किया गया है। कोई भी खोई हुई वस्तु 24 घंटे के भीतर उसी स्टेशन से प्राप्त की जा सकती है. किसी वस्तु के खोने-पाये जाने की स्थिति में, निकटतम आरआरटीएस स्टेशन या ट्रेन के कर्मचारियों से संपर्क किया जा सकता है.
छोटे बच्चों के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हर स्टेशन पर महिला शौचालय में डायपर चेंजिंग स्टेशन की व्यवस्था की गई है. साथ ही हर स्टेशन पर महिला शौचालय की अलग से व्यवस्था है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद रैपिडएक्स स्टेशन पर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के प्राथमिकता वाले खंड का उद्घाटन करेंगे. वह भारत में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के शुभारंभ के साथ साहिबाबाद को दुहाई डिपो से जोड़ने वाली पहली नमो भारत ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे. इसके बाद पीएम मोदी एक पब्लिक रैली को भी संबोधित करेंगे. इसके अलावा, वह बेंगलुरु मेट्रो के पूर्व-पश्चिम गलियारे के दो हिस्सों को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद रैपिडएक्स स्टेशन पर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के प्राथमिकता वाले खंड का उद्घाटन करेंगे. वह भारत में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के शुभारंभ के साथ साहिबाबाद को दुहाई डिपो से जोड़ने वाली पहली नमो भारत ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे. इसके बाद पीएम मोदी एक पब्लिक रैली को भी संबोधित करेंगे. इसके अलावा, वह बेंगलुरु मेट्रो के पूर्व-पश्चिम गलियारे के दो हिस्सों को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
दिल्ली मेरठ आरआरटीएस परियोजना के मुताबिक रैपिडेक्स की डिजाइंड स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटे की है. आपरेशनल स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा तो औसत स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटे की है. इसी आधार पर आरआरटीएस का दावा है कि लोग दिल्ली से मेरठ तक का सफर 60 मिनट में पूरा कर सकते हैं.
दिल्ली गाजियाबाद मेरठ आरआरटीएस पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवा एक हाई स्पीड रैपिड रेल कम मेट्रो सेवा है. परियोजना के मुताबिक इसकी डिजाइंड स्पीर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की है जो दिल्ली मेट्रो से तीन गुना ज्यादा है.
दिल्ली मेरठ आरआरटीएस पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम दिल्ली मेट्रो से अलग है. यह कम स्टॉप और हाई स्पीड के साथ अपेक्षाकृत लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों की बेहतर सुविधा प्रदान करता है. आरआरटीएस पारंपरिक रेलवे से भी अलग है. यह समर्पित पथ के साथ उच्च गति पर विश्वसनीय, उच्च आवृत्ति, बिंदु से बिंदु क्षेत्रीय यात्रा प्रदान करेगा. आरआरटीएस एनसीआर में क्षेत्रीय नोड्स को जोड़ने वाली एक नई, समर्पित, उच्च गति, उच्च क्षमता, आरामदायक कम्यूटर सेवा है.
दिल्ली मेरठ आरआरटीएस रैपिडेक्स ट्रेन का आज पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा उद्धाटन के बाद सिर्फ पांच स्टेशनों के लोग इस सुविधा का लाभ उठा पाएंगे. इनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलघर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन शामिल हैं. शेष स्टेशनों पर अभी निर्माण का कार्य जारी है.
दिल्ली गाजियाबाद मेरठ आरआरटीएस कॉरीडोर की कुल लंबाई 82 किलोमीटर है. दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर दिल्ली को उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सबसे घनी आबादी वाले हिस्सों में से एक से होकर गुजरेगा।. इस लाइन पर आरआरटीएस स्टेशनों की संख्या 16 है. सराय काले खां, न्यू अशोक नगर, आनंद विहार, साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नॉर्थ, मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, दौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम और मोदीपुरम डिपो.
छोटे बच्चों के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हर स्टेशन पर महिला शौचालय में डायपर चेंजिंग स्टेशन की व्यवस्था की गई है.
रैपिडेक्स में सफर करने के लिए यात्रियों को टिकट के लिए काउंटर पर लाइन में लगने की जरूरत नहीं. यात्री क्यूआर कोड की मदद से पेपर टिकट हासिल कर सकते हैं. इसके अलावा, टिकट वेंडिंग मशीनों (टीवीएम) या रैपिडएक्स स्टेशनों पर टिकट काउंटरों से खरीदा जा सकता है.
दिल्ली मेरठ के हर रैपिडेक्स ट्रेन में एक प्रीमियम कोच का भी प्रावधान है. इसमें रिक्लाइनिंग सीटें, कोट हुक, मैगजीन होल्डर और फुटरेस्ट जैसी कई अतिरिक्त यात्री केंद्रित सुविधाएं हैं. दिल्ली से मेरठ की ओर जाने वाला पहला कोच और मेरठ से दिल्ली की ओर जाने वाला अंतिम कोच प्रीमियम कोच होगा.
दिल्ली मेरठ के हर रैपिडेक्स ट्रेन में एक प्रीमियम कोच का भी प्रावधान है. इसमें रिक्लाइनिंग सीटें, कोट हुक, मैगजीन होल्डर और फुटरेस्ट जैसी कई अतिरिक्त यात्री केंद्रित सुविधाएं हैं. दिल्ली से मेरठ की ओर जाने वाला पहला कोच और मेरठ से दिल्ली की ओर जाने वाला अंतिम कोच प्रीमियम कोच होगा.
रैपिडेक्स ट्रेन में दिल्ली मेट्रो की तरह एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होगा. यह प्रीमियम कोच के बाद ट्रेन में दूसरा कोच होगा. ट्रेन के अन्य कोचों में भी महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित हैं. साथ ही प्रत्येक कोच में विकलांग यात्रियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी सीटें आरक्षित हैं.
दिल्ली गाजियाबाद मेरठ रैपिडेक्स सेवा पूरी तरह से वातानुकूलित सेवा है. रैपिडएक्स को सुरक्षित और आरामदायक क्षेत्रीय आवागमन के लिहाज से एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई है. 2x2 ट्रांसवर्स सीटिंग, खड़े होकर यात्रा करने के लिए पर्याप्त स्थान, लगेज रैक, सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप, मोबाइल चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप जैसी कई यात्री-केंद्रित विशेषताएं शामिल हैं.
दिल्ली मेरठ रैपिडेक्स ट्रेन में 6 डिब्बे हैं, जिनमें लगभग 1700 यात्री एक साथ यात्रा कर सकते हैं। इसमें दोनों बैठकर और खड़े होकर यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या शामिल है. हर स्टैंडर्ड कोच में 72 सीटें और प्रीमियम कोच में 62 सीटें हैं.
रैपिडेक्स शुरुआत दौर में हर 15 मिनट में उपलब्ध होगी. आगे चलकर जरूरत के हिसाब से ट्रेन की फ्रीक्वेंसी को बढ़ाने का फैसला लिया जा सकता है.
देश की पहली आरआरटीएस सेवा का लाभ यात्री कल सुबह 6 से रात 11 बजे तक उठा पाएंगे. रैपिडएक्स ट्रेनों का परिचालन दोनों दिशाओं में पहली सुबह 6 बजे से आरंभ होगा और अंतिम ट्रेन दोनों दिशाओं से रात 11 बजे अपने गंतव्य के लिए प्रस्थान करेगी.
दिल्ली मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर का पहला चरण यानी साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच की कुल दूरी 17 किलोमीटर है. पहले चरण का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को करेंगे. कल से इस खंड पर रैपिडेक्स Rapidx पर इलाके के लोग सफर कर पाएंगे. इस खंड में पांच स्टेशन हैं. इनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो शामिल है.
दिल्ली गाजियाबाद मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम एक हाई-स्पीड और हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेन है. यह 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दिल्ली एनसीआर के निवासियों को निर्बाध यात्रा की सुविधा प्रदान करेगा। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर 82 किलोमीटर लंबा है और यह अभी निर्माणाधीन है.
बैकग्राउंड
Delhi Meerut RRTS: दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) वालों के लिए आज यानी 20 अक्टूबर 2023 का दिन ऐतिहासिक साबित होने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को भारत की पहली रीजनल रेल ट्रांजिट सेवा (Delhi Ghaziabad Meerut RRTS) के पहले चरण के साहिबाबाद से दुहाई खंड के रैपिडेक्स Rapidx ट्रेन का उद्घाटन करेंगे. रैपिडेक्स ट्रेन गाजियाबाद के साहिबाबाद स्टेशन से दुहाई तक के पांच स्टेशन तक 160 किलोमीटर के रफ्तार से चलेगी. दिल्ली से मेरठ पहुंचने में इसे कुल 60 मिनट का समय लगेगा. आरआरटीएस परियोजना पर 30,274 करोड़ रुपये लागत आने का अनुमान है.
आरआरटीएस से दिल्ली एनसीआर में हाई स्पीड क्षेत्रीय कनेक्टिविटी प्रदान करेगी. आरआरटीएस लोगों के यात्रा करने के तरीके को बदलने वाला साबित होगा. रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम बेहतर कनेक्टिविटी के साथ देश की अर्थव्यवस्था को भी रफ्तार देगी. आरआरटीएस के शुरू होने से दिल्ली एनसीआर के शहरों का आर्थिक केन्द्रों के रूप में विकास संभव हो पाएगा. एनसीआर के लोगों के लिए रोजगार, शिक्षा, व्यवसाय, स्वास्थ्य, और आवास से संबंधित सेवाओं तक तेजी से पहुंच बढ़ेगी.
पहले चरण में यह सेवा साहिबाबाद से दुहाई तक चलेगी. रैपिडएक्स ट्रेन में 6 डिब्बे हैं, जिनमें लगभग 1700 यात्री एक साथ यात्रा कर पाएंगे. आरंभ में हर 15 मिनट में एक ट्रेन उपलब्ध होगी. रैपिडएक्स ट्रेन में 6 डिब्बे हैं, जिनमें लगभग 1700 यात्री एक साथ यात्रा कर सकते हैं. हर स्टैंडर्ड कोच में 72 सीटें और प्रीमियम कोच में 62 सीटें बैठने के लिए उपलब्ध हैं.
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